Tonk/(फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक के बरौनी ग्राम विकास अधिकारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है, पिछले 6 माह से जीवित व्यक्ति के स्थान पर एक मृत व्यक्ति के नाम वृद्धावस्था पेंशन करने का खुलासा हुआ है।टोंक ज़िला कलक्टर चिन्मयी गोपाल (Tonk district collector Chinmayi Gopal) ने इस प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए दोषी कार्मिक के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिवस में जवाब मांगा है। इसके साथ ही जीवित व्यक्ति रामफूल 66 वर्षीय की वृद्धावस्था पेंशन वापस ज़िला कलक्टर चिन्मयी गोपाल ने शुरू करवा दी है।
ये है मामला
ग्राम पंचायत बरौनी में रामफूल नाम के दो व्यक्ति में से एक रामफूल की 6 माह पूर्व मृत्यु हो गई थी। ग्राम पंचायत की लापरवाही से रामफूल पुत्र नारायण का नाम दर्ज हो गया। जिससे उसको मिलने वाली वृद्धावस्था पेंशन रुक गई। राज्य सरकार से मिलने वाली पेंशन से ही उसकी गुजर बसर होती थी। पेंशन रुकने के बाद बार-बार पंचायत के चक्कर लगाने के बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
जब यह प्रकरण जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के संज्ञान में आया तो उन्होंने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए रामफूल की रोजी रोटी का एकमात्र सहारा सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले 750 रुपए प्रतिमाह की पेंशन को पुनः शुरू करा दिया है।
लापरवाही के लिए अधिकारी पर कार्रवाई के निर्देश
जिला कलेक्टर ने विकास अधिकारी टोंक बृज मोहन गुप्ता को इस तरह की गैर जिम्मेदार लापरवाही के लिए संबंधित कार्मिक के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। विकास अधिकारी टोंक बृजमोहन गुप्ता ने ग्राम विकास अधिकारी बरौनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिवस में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। साथ ही सहायक विकास अधिकारी रामजी लाल कुशवाह को प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
विकास अधिकारी ने पंचायत समिति में कार्यरत पेंशन शाखा प्रभारी एवं संबंधित कार्मिक को बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के अभाव में भौतिक सत्यापन दर्ज न करने एवं पेंशनर की पेंशन बंद न करने के निर्देश भी दिए हैं।