सिरोही। जिले के पालड़ी एम थाना क्षेत्र में बीते दिनों मिले सिर कटे शव के मामले में पुलिस ने मृतक के साले सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। तीनों ही आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। साले ने अपने दोस्तों की मदद से बहन के तिरस्कार का बदला लेने के लिए जीजा की गला घोंटकर सिर काटकर हत्या की थी।
पुलिस के अनुसार सिरोही जिले के पालड़ी एम थाना क्षेत्र के अरठवाड़ा गांव में चार फरवरी को एक युवक का शव मिला था। युवक के शव को दो हिस्सों में काटकर जंगल में फेंक दिया गया था। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। आरोपितों को गिरफ्तारी को लेकर विधायक संयम लोढ़ा ने विधानसभा में भी यह मामला उठाया था।
मामले को लेकर पुलिस की ओर से करीब छह टीमें बनाई गई, जिन्होंने अलग-अलग पहलू से जांच शुरू की। इस मामले में पुलिस ने सोमवार को तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मामले में मृतक के साले हंसाराम पुत्र कुपाराम मेघवाल, शैलेश उर्फ कैलाश पुत्र लक्ष्मण वाल्मिकी और अशोक मेघवाल को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार आरोपितों ने स्वीकार किया है कि मृतक के खिलाफ चोरी, मारपीट और घर जलाने के मामले दर्ज हैं। साथ ही मृतक शराब का आदी था। वह अपनी पत्नी के साथ आए दिन मारपीट करता था। इससे तंग आकर पत्नी अपने पीहर चली जाती थी। 29 जनवरी को रतनलाल ने अपनी पत्नी से झगड़ा किया और लाठी लेकर ससुराल चला गया। उसी दिन मृतक के साले हंसाराम ने उसकी हत्या करना तय किया।
आरोपितों ने इसके लिए ट्रैक्टर पर मजदूरी करने वाले शैलेष वाल्मिकी और अशोक मेघवाल को भी तैयार किया। दो फरवरी को मृतक ने अरठवाड़ा में शराब के ठेके पर शराब पी और रात में अस्पताल के पास जब हंसाराम ने रतनलाल मेघवाल को देखा तो अपने दोनों सहयोगियों को बुला लिया और शराब पिलाने के लिए कहा। इसके बाद मृतक शराब के नशे में बेसुध हुआ तो आरोपी उसे ट्रैक्टर में डालकर ले गए और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। साथ ही अपने साथ लाए हथियार से गर्दन काट दी और शव को जंगल में फेंक दिया।