Malpura News : दशहरा जुलूस (Dussehra procession )के दौरान समुदाय विशेष(Community specific) के शरारती तत्वों की ओर से किए गए पथराव के बाद बुधवार सुबह पांच बजे से लगाया गया कर्फ्यू (Curfew) दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा।
कर्फ्यू के दौरान पुलिस की सख्ती से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कर्फ्यू में अब तक किसी प्रकार की ढील नहीं दी गई है। शुक्रवार को सुबह 8.30 से 10.30 बजे तक दो घंटे की ढील दी जाएगी।
गुरुवार सुबह से ही शहर में पुलिस ने सख्त रवैया इख्तियार कर लिया और लोगों के साथ सख्ती दिखानी शुरू कर दी। जिससे शहर के बाहरी इलाकों और आबादी क्षेत्र से सटे इलाकों के लोग परेशान हो गए। पुलिस की सख्ती का कई ऐसे लोग भी शिकार हुए जिन्हें अस्पताल में मरीज ले जाने अथवा परिजनों और मरीज का भोजन देने जाना था।
संभागीय आयुक्त लक्ष्मीनारायण मीणा(Divisional Commissioner Laxminarayan Meena), अजमेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार(Ajmer Range Inspector General of Police Sanjeev Kumar), जिला कलेक्टर के. के. शर्मा (Tonk District Collector K. K. Sharma), पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू (Tonk Superintendent of Police Adarsh Sidhu)सहित आला अधिकारी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए है।
कर्फ्यू में किसी तरह की ढील नहीं दिए जाने से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दिन भर शहर की सड़कों पर पुलिस के वाहन गश्त करते रहे। फिलहाल शहर में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। सभी इलाकों में पुलिस जवान ड्यटी पर मुस्तैद है और अधिकारी लगातार गश्त कर शहर के हालातों पर नजर बनाए हुए है।
बुधवार को बिजली विभाग की जरा सी चूक ने सम्पूर्ण घटनाक्रम को सीसीटीवी कैमरों में कैद होने से वंचित कर दिया। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के दौरान कुछ युवकों की ओर से विरोध करने और कैमरे लगाने वाली एजेंसी के लोगों के साथ अभद्रता किए जाने के बाद थानाधिकारी दलपत सिंह ने मौके पर पहुंचकर समझाइश करते हुए कैमरे लगवा दिए थे।
लेकिन दशहरा जुलूस के मौहल्ला सादात में पहुंचने के दौरान बिजली आपूर्ति बंद करवा दी गई,जिससे कैमरों में घटनाक्रम कैद नहीं हो पाया। थानाधिकारी को जानकारी मिलते ही उन्होंने तत्काल जेईएन से पूछताछ की तो उसने बताया कि झांकियों और अन्य वाहनों के बिजली तारों को छू जाने से होने वाले हादसों से बचाव के लिए आपूर्ति बंद करवाई गई थी।
इधर पुलिस ने पालिकाध्यक्ष आशा नामा(Asha Nama) की सुरक्षा को खतरा देखते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ाई है और पालिकाध्यक्ष के आवास तथा वाहन के साथ पुलिस जाप्ता तैनात किया है। थानाधिकारी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पालिकाध्यक्ष की सुरक्षा के लिए पुलिस व्यवस्था की गई है।
कफ्र्यू लगने के 36 घंटे बाद प्रशासन की ओर से गुरुवार शाम 4 बजे थाना परिसर में शांति समिति की बैठक बुलाकर दोनों समुदायों के लोगों से वार्ता की गई। शहर में अमन-चैन कायम करने के प्रयास किए जाने पर जोर दिया गया।