जयपुर/ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर कल शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला द्वारा दसवीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित समय पर 3 मार्च के तराने के बयान के बाद आज शिक्षा मंत्री डॉक्टर कला बैकफुट रहते हुए अपने बयान को बदलते हुए कहा कि बोर्ड की परीक्षाएं टैली भी जा सकती है।
अगर कोरोना के हालात खराब रहे तो। बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर 10वीं और 12वीं बोर्ड में इस साल करीब 2100000 विद्यार्थियों के आवेदन भरे गए हैं और इस बयानबाजी को लेकर तथा कोरोना को देखते हुए 21 लाख विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है
सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के तहत शहरी क्षेत्र के स्कूलों को कोरोना संक्रमण फैलने के कारण 30 जनवरी तक बंद कर देंगे किस बारे में विरोधाभास उभर कर सामने आने पर कि क्या कोरोना से हर में ही फैल रहा है गांव में नहीं इस विरोधाभास को लेकर शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला ने कहा है कि गांव में को रोशन करने का खतरा कम है क्योंकि शहरों में भीड़भाड़ से संगठन का खतरा ज्यादा रहता है ।
इसलिए सैलरी चेक करके उसके लिए बंद की गई है यदि गांव में जहां संक्रमण फैलता है तो वह स्कूल बंद किए जा सकते हैं डॉ कलाम ए यह भी कहा कि गांव में अभी होगा चाहे तो बच्चों को स्कूल ना भेजें उन पर कोई दबाव नहीं होगा उन्हें ऑनलाइन क्लास कभी भी कल भी दिया गया है फिर भी हमने सभी कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि वे स्थानीय स्तर पर जरूरत समझते हैं तो गांव के स्कूल भी बंद कर सकते हैं।
शिक्षा मंत्री डॉक्टर कल आने का है कि बोर्ड परीक्षाएं 3 मार्च से कराने का फैसला लिया है लेकिन इस सब कोरोना संक्रमण के हालात पर निर्भर करेगा संक्रमण आकर ज्यादा फैला तो परीक्षाएं टल भी सकती है ।
बोर्ड परिक्षाओं मे कितने होंगे विद्यार्थी शामिल क्या होगी व्यवस्था
12 वीं की परीक्षा में परीक्षार्थी 9 लाख 14 हजार 299 , 10 वीं परीक्षा में परीक्षार्थी 10 लाख 95 हजार 551 , वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा में परीक्षार्थी 4064 , प्रवेशिका परीक्षा में परीक्षार्थी 7231 , कुल परीक्षार्थी 20 लाख 21 हजार 145 , होमगार्ड 2874 , पुलिस के 830 जवान रहेंगे तैनात , सीसीटीवी से परीक्षा केंद्रों की होगी निगरानी , सीसीटीवी नहीं होने पर परीक्षा केंद्रों की वीडियोग्राफी होगी