पुलिस अधीक्षक अजय पाल सिंह ने बताया कि पुलिस की लगातार दबिश के कारण जगन पर दबाव बन रहा था
धोलपुर
चंबल के बीहड़ों में आतंक मचाने वाले चालीस हजार रुपए के इनामी डकैत जगन गुर्जर ने पुलिस दबाव के चलते एक बार फिर शुक्रवार को हथियार सहित डांग इलाके के गांव भभूतीपुरा में सरेंडर कर दिया है। जगन पहले भी तीन बार सरेंडर कर चुका है। पुलिस उसे बाड़ी सदर थाना में ले आई है। पिछले दिनों बाड़ी शहर में दुकानदारों से मारपीट और डांग क्षेत्र के गांव कल्यानपुरा में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने से सुर्खियों में आए जगन पर पुलिस का दबाव बढ़ता जा रहा था।
पुलिस अधीक्षक अजय पाल सिंह ने बताया कि पुलिस की लगातार दबिश के कारण जगन पर दबाव बन रहा था। टीम जगन को माल सप्लाई की व्यवस्था करने वालों तक पहुंच गई थी और तीन हजार रुपए के इनामी सोनाराम को गिरफ्तार भी किया था। ऐसे में जगन पर दबाव बनता चला गया। उन्होंने बताया कि पुलिस के दबाव के कारण जगन गिरोह बंट गया और उसके सरेंडर की खबर आने लगी। पुलिस ने अपने दो सदस्यों के जरिए जगन से संपर्क किया।
उसके बाद जगन ने शुक्रवार को 315 बोर की बंदूक और छह कारतूस के साथ बाबू महाराज के पास भभूतीपुरा के जंगल में सरेंडर कर दिया। पुलिस जगन को बाड़ी सदर थाना में लेकर आई हैं जहां उससे पूछताछ की जा रही है। उधर मीडिया से बात करते हुए जगन ने कहा कि उसने बाड़ी में दुकानदारों के साथ मारपीट की थी, लेकिन महिलाओं को निर्वस्त्र नहीं किया था। कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के कारण इस घटना को बढ़ावा दे रहे हैं। जगन डकैत गोली मार सकता है लेकिन महिलाओं के साथ अभ्रद व्यवहार नहीं कर सकता है।
नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में पिछले दिनों डकैत जगन के एनकाउंटर की मांग उठाई थी। सांसद का कहना था कि डकैत ने महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया। ऐसा करने वाला समाज को शर्मसार करता है। जगन पर पहले से ही काफी मामले दर्ज है। ऐसे में उसका एनकाउंटर कर देना चाहिए। सम्भवत: पहली बार लोकसभा में किसी भी अपराधी के एनकाउंटर करने की मांग उठाई गई थी।