साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 4 को , किन-किन राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव जानें

Dr. CHETAN THATHERA
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Bhilwara/ इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार अमावस्या को होने जा रहा है लेकिन भारत में सूर्य ग्रहण देखा नहीं जाएगा इसलिए इस सूर्य ग्रहण के सूतक काल भी मान्य नहीं होगा परंतु धरती पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव अवश्य पड़ेगा और इस ग्रहण का किन किन राशियों पर ज्यादा प्रभाव होगा आइए जानते हैं ज्योतिष नगरी कारोई के ज्योतिष पंडित डॉक्टर गोपाल उपाध्याय से।

 

ज्योतिष पंडित डाॅ. गोपाल उपाध्याय ने बताया की भारतीय ज्योतिष शास्त्र व धार्मिक आस्था में ग्रहण कभी शुभ नहीं माना जाता है । क्यों​कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को राहु पीड़ित करता है। जिससे सूर्य ग्रह ग्रसित रहते हैं। ग्रहण के दौरान कोई शुभ कार्य भी नहीं किया जाता है। उपछाया ग्रहण के बावजूद माना जा रहा है कि सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव रहेगा।

साल 2021 के आखिरी सूर्य ग्रहण का दिन शनिवार 4 दिसंबर है। इस दिन मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अमावस्या भी है। साल के आखरी सूर्य ग्रहण का समय 10 बजकर 59 मिनट से दोपहर 3 बजकर 7 मिनट तक रहेगा।

किन राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण बुरे असर वाला हो सकता है

1- मेष राशि वालों के लिए यह ग्रहण अच्छा नहीं बताया जा रहा है। मेष राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती हैं। साथ ही बुरी खबर मिलने की आशंका हो सकती है।

2- कर्क राशि वालों के लिए भी यह सूर्य ग्रहण अशुभ बताया जा रहा है। इस राशि के जातकों का मित्रों से वाद-विवाद हो सकता है। साथ ही संतान की ओर से तनाव भी हो सकता है।

3- तुला राशि के लिए भी इस सूर्य ग्रहण का अशुभ प्रभाव बताता जा रहा है। तुला राशि के जातक वाणी पर नियंत्रण रखें और वाद-विवाद से बचने की कोशिस करें। इनकी सेहत में गिरावट भी रह सकती है। इन्हें सलाह दी जाती है कि लापरवाही न बरतें।

4- वृश्चिक राशि मे ही सूर्य ग्रहण है, क्योंकि इस दौरान सूर्य इसी राशि में रहेग। इस वजह से इस राशि के जातकों का मन अशांत रह सकता है। सूर्य ग्रहण के बाद कुछ तनाव भी रह सकता है, जिसके कारण इनका मन काम में नहीं लगेगा।

5- मीन राशि के लिए भी यह सूर्य ग्रहण बुरा प्रभाव लाने वाला बताया जा रहा है। इनकी आध्यात्मिक कार्यों में अरुचि रहेगी। नौकरी में तबादला भी हो सकता है। बिना बात पिता से वाद-विवाद होने की भी संभावना प्रबल है।

ज्योतिष पंडित डॉ गोपाल उपाध्याय के मतानुसार यह ग्रहण साउथ अफ्रीका आस्ट्रेलिया का अंतिम दक्षिणी भाग नांबिया प्रशांत अटलांटिक हिंदमहासागर अंटारटीका आदि क्षेत्रों में दिखाई देगा इस ग्रहण से राजनीतिक उथल पुथल होगी व नेता दल बदलू होगें राजनीति में झूठ का बोलबाला होगा बिना हाथ पैर के अफवाहे आन्दोलन का रूप लेगी
लेकिन अंत में सच्चाई की जीत होगी।

संक्रमित रोगों से आमजन को सावधान रहना होगा इस प्रकार अनेकों प्रभाव सूर्य ग्रहण से भूमंडल में देखने को मिलेंगे ।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम