जहाजपुर (आज़ाद नेब) सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्रशासन शहरों के संग अभियान महज खानापूर्ति कहे या रिक्त स्थान की पूर्ति, केवल नाममात्र चल रहा है। पालिका क्षेत्र में चल रहे अभियान में जो कार्य आम दिनों होते है वो भी नहीं हो रहे है, तो फिर काहे का ठकोसला चल रहा है। अभियान में क्या चल रहा धरातल पर किसी उच्च अधिकारी या नेता अभियान की हकीकत को नहीं देखा।
अभियान को देख कर ऐसा लगता है कि जैसे नगर वासियों को कोई चिड्डा रहा हो या बदला ले रहा हो। अभियान में लोग अपनी फरियाद लेकर तो आते पर उनकी फरियाद पर ग़ौर करने वाला कोई नहीं। राजनीति के बदले की भेंट चढ़ती नगरपालिका क्षेत्र की जनता बस बेबस लाचार सी दिखाई दे रही है। इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं। जनता की फरीयाद पर ग़ौर करने वाला दूर दूर तक दिखाई नहीं देता। दिखाई देती है जनता की बेबसी लाचारी। अभियान चलकर छोड़ दो जनता को उसके हाल पर जब चुनाव नजदीक आएंगे तब देखा जाएगा। शायद नेताओं को तो पहले से जानकारी है की हमें पालिका क्षेत्र से कितने वोट मिलने है फिर क्यों परवाह करें।
राजनीति का बदलापुर बना जहाजपुर में प्रशासनिक अधिकारीयों को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए पालिका क्षेत्र की जनता के साथ हो अन्याय की उच्च अधिकारियों को अवगत करवा कर राहत दिलावे। अभियान को सफल बनाने के लिए जिला कलेक्टर शिव प्रकाश नकाते के निर्देशानुसार सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) राजेश गोयल ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक ली।
बैठक में गोयल ने कहा कि सभी जिला स्तरीय अधिकारी प्रशासन गांव के संग, प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत आयोजित कैंप का सप्ताह में कम से कम चार शिविर का स्वयं जाकर निरीक्षण करें जिससे कि अभियान में आमजन की समस्याओं का त्वरित गति से निवारण कर अभियान को सफल बनाया जा सके।