भरतपुर / राजेन्द्र शर्मा जती। राजस्थान में भरतपुर जिले के रूपवास थाना इलाके के निजी स्कूल की बैन मंगलवार सुबह स्कूल के बच्चों को ले जाते समय उत्तरप्रदेश इलाके के एक गांव के समीप गंदे पानी के गड्ढे गिर गई। हादसे के दौरान वैन में करीब 16 बच्चे बैठे थे।
किसी भी बच्चे के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। वैन गड्ढे में गिरने के बाद बच्चों के चिल्लाने की आवाज को सुन आसपास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बच्चों को वैन से बाहर निकाला। जानकारी मुताबिक निजी स्कूल मनीष विद्या मंदिर की वैन में कल्याणपुर और उत्तु के नगला गांव के बच्चे बैठे थे।
स्कूल जाते समय उत्तरप्रदेश के जंगी का नगला गांव के इलाके में वैन अचानक अनियंत्रित हो गई और 20 फुट गहरे गंदे पानी के गड्ढे में जा गिरी। स्थानीय लोगों बताया कि मनीष विद्या मंदिर स्कूल की वैन में करीब 16 बच्चे बैठे थे। अचानक वैन अनियंत्रित होकर एक गंदे पानी के गड्ढे में गिर गई।
गड्ढे में 6 फीट पानी था। हादसे के बाद आवाज सुनकर आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि उस समय पानी में वैन की सिर्फ छत दिख रही थी।
इसके बाद कुछ लोग गड्ढे में कूदे और वैन के शीशे तोड़ कर सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पानी में गिरने से बच्चे भीग गए थे। ऐसे में सर्दी के मौसम में बच्चों को ठंड से बचाने के लिए ग्रामीण ने मौके पर अलाव जलाई।
बच्चों के कपड़े निकालकर उनको कंबल और शॉल दी में रखा। ग्रामीणों ने बताया कि घटना की सूचना प्रशासन और पुलिस को भी तुरंत दे दी गई, लेकिन करीब ढाई घंटे के बाद SDM राजीव शर्मा मौके पर पहुंचे। तब तक सभी बच्चों को उनके घर पहुंचा दिया गया था।
ग्रामीणों ने बताया कि हादसे में स्कूल प्रशासन की लापरवाही है। वैन में ड्राइवर सहित 8 सीटें होती हैं। जिसमें एक सीट पर ड्राइवर बैठा था और बाकी की 7 सीटों पर 16 बच्चे बैठे हुए थे। ग्रामीणों ने बताया कि गंदे पानी के लिए गड्ढा बनाया हुआ है, जो करीब 20 फुट गहरा है। गांव में पानी की निकासी के नहीं होने के चलते ग्रामीण गंदे पानी को इस गड्ढे में इकट्ठा करते हैं।
बताया गया कि मौके पर फतेहपुर सीकरी थानाधिकारी जयश्याम शुक्ला व उपनिरीक्षक सुनील तोमर पहुचे। रूपबास पुलिस ने घटनास्थल यूपी की सीमा में बताकर पल्ला झाड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सूचना मिलते ही मौके के लिये cbeo सुरेश परमार, bcmo डॉ रामअवतार शर्मा मोके के लिए रवाना हुए जबकि acbeo लक्ष्मीनारायण झा भी मोके पर पहुचे।