मिड डे मील योजना:पोषाहार बनाने वाले अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों को दो सालों से भुगतान नहीं,कलेक्टर ने दिया आश्वासन जल्द होगा भुगतान

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Bharatpur /Rajendra SHARMA JATI । बुधवार को सरकारी स्कूलों में मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Scheme)के तहत पोषाहार बनाने वाली महिला कर्मचारियों को पिछले दो सालों से भुगतान नही मिलने से परेशान होकर ये महिलाएं आज न्याय की उम्मद में जिला कलक्टेªट पहुचंी जहां जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता को लिखित में ज्ञापन देकर पिछले दो सालों से बयाना क्षेत्र के नहरोली सहित करीब आधा दर्जन स्कूलों के ठेकेदार द्वारा पोषाहार बनाने वाले अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों को दो सालों से भुगतान नहीं किए जाने की शिकायत की। जबकि जिले के अन्य स्कूलों में दो सालों से भुगतान मिलता रहा है।

जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने इन महिलाओं के दर्द को समझकर शीघ्र ही भुगतान कराए जाने का आश्वासन दिया। अब उम्मीद है कि दो साल से परेशान करीब एक दर्जन महिला कर्मचारियों को पोषाहार बनाने के काम का भुगतान मिल सकेगा।

ज्ञापन में बताया है कि भरतपुर के बयाना क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नहरोली के दो स्कूलों, मालीपुरा के एक स्कूल, सिकंदरा के दो स्कूलों सहित पांच स्कूलों का पोषाहार का कारोबार एक ही ठेकेदार वीरेन्द्र सिंह के पास संचालित है। जिसमें आठ महिला एवं दो पुरूष कर्मचारी पोषाहार के काम में लगे है।

इन सभी कर्मचारियों को इस ठेकेदार द्वारा दो वर्षो से भुगतान नही किया है। जिससे इन कर्मचारियों को पैसे के अभाव में काफी परेशान उठानी पड रही है।

सिकंदरा गांव के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1  से 8 तक के स्कूली बच्चो के लिए पोषाहार बनाने बाली महिला कमर्चारियों को विगत दो वर्षाे से मानदेय नहीं मिला हैं । राजस्थान सरकार के द्वारा सरकारी विधालयो में मिड डे मील योजना के तहत पोषाहार दिया जाता हैं जिसके तहत प्रतिदिन सरकारी स्कूली बच्चो को पोषाहार में सप्ताह के 6 दिन भोजन बनाकर खिलाया जाता हैं इसके लिया स्कूलों में पोषाहार बनाने के लिए महिला कर्मचारी रखी जाती हैं जो पोषाहार बनाकर बच्चो को देती हैं ।

जिसके लिए सरकार की तरफ से उन्हें वेतन भी दिया जाता हैं ।  बयाना के गांव सिकंदरा में 5 स्कूलों की 8 महिलाओ व दो पुरूष को  पिछले 2019 के कोरोना काल के दौरान से इन्हे अब तक वेतन नहीं दिया गया । सरकारी स्कूलों में इन्हे ठेकेदारों द्वारा वेतन दिया जाता हैं , पोषाहार बनाने बाली महिलाओं ने ठेकेदार वीरेंद्र पर आरोप लगते हुए बताया कि विगत दो वर्षाे से हमें ठेकेदार द्वारा वेतन नहीं दिया गया हैं  इसके लिए ठेकेदारों को तो पोषाहार का वेतन मिल जाता हैं लेकिन हमें नहीं देते हैं ।

हम सभी अपने वेतन के लिए दर दर भटक रही हैं।  आज बयाना के गांव सिकंदरा की सुमन, सखी और अन्य महिलाएं जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता के पास वेतन दिलाने के लिया कलेक्ट्रट पहुंची जहाँ जिला कलेक्टर से वेतन दिलाने के लिए गुहार लगाई हैं ।

 

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