भरतपुर। शनिवार रात एमएसजे काॅलेज के स्ट्रांग रूम में विधानसभा चुनाव
में हुऐ मतदान की रखी ईवीएम मशीन बदलने की आशंका एवं सुरक्षा व्यवस्था
की कमी को लेकर कांग्रेस के डीग-कुम्हेंर के कांग्रेस उम्मीदवार विधायक
विश्वेन्द्र सिंह, कांग्रेस समर्थित रालोद उम्मीदवार डा. सुभाष गर्ग एवं
अन्य लोगों की मौजूदगी में एसपी केशर सिंह शेखावत से हुए विवाद का असर
रविवार को भी दिखाई दिया जहां हालात तनावपूर्ण हो गये। वहीं हजारों की
संख्या में विश्वेन्द्र सिंह समर्थक एवं उनके कार्यकर्ता सुबह से ही मोती
महल में एकत्रित हो गये।
https://youtu.be/pGsWXXo0U5M
मामले की गंभीरता को देखते हुऐ देर रात्रि को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक
बीएल सोनी भरतपुर पहुंचे जहां उन्होने सुबह सर्किट हाउस में विधायक
विश्वेन्द्र सिंह से कांग्रेस समर्थित रालोद उम्मीदवार डाॅ सुभाष गर्ग,
आईजी मालिनी अग्रवाल, कलक्टर संदेश नायक की मौजूदगी में वार्ता की। इस
लम्बी चली वार्ता में विश्वेन्द्र सिंह ने एसपी केशर सिंह शेखावत को एपीओ
करने एवं मतगणना से दूर रखने की मांग रखी। जिस पर एसपी केशर सिंह शेखावत
को छुटटी पर भेज दिया गया। और मतगणना के काम से दूर रखने का आश्वासन
दिया।
मतगणना के काम के लिए आई जी मालिनी अग्रवाल की देखरेख में कराने का
निर्णय लिया गया। इसके बाद विधायक विश्वेन्द्र सिंह मोती महल पंहुचें और
वहां मौजूद हजारों की भीड को सम्बोधित करते हुऐ उन्होने एसपी पर शराब के
नशें में अभदª व्यवहार करने का आरोप लगाते हुऐ एसपी द्वारा उन्हें ठण्डा
करने व शूट एण्ड साईट करने को कहा जबकि ये अधिकार मजिस्ट्रेट को है एसपी
को नहीं।
इतना सुनते ही भीड का माहौल गरमा गया। इसके बाद भीड का माहौल
उग्र हो गया और वे बदला लेने को तैयार होने लगे जिस पर विधायक
विश्वेन्द्र सिंह ने समझाइस करते हुऐ कहा कि वे एसपी के खिलाफ एफआईआर
देने आईजी आॅफिस जा रहे है। अगर हम स्ट्रांग रूम नहीं जाते तो मशीनों में
गडवडी हो सकती थी लेकिन अब सब सुरक्षित है। इसके बाद विश्वेन्द्र सिंह
आईजी आफिस गये जहां वकील के माध्यम से एफआईआर एसपी के खिलाफ नामजद
रिपोर्ट दर्ज करने को कहा गया। बाद में विधायक विश्वेन्द्र सिंह ने भीड
को समझाइस की बाद में माहोैल समान्य हो गया हालांकि इससे पहले शहर के
बाजार भी बंद हो गये थे बाद में माहौल सामान्य होने के बाद बाजार खुले और
अधिकारी वर्ग ने राहत की सांस ली।
इस मामले में एडीजीपी बीएल सोनी की भूमिका मध्यस्थता कराने में सराहनीय रही जिससे बडा विवाद होने से टल गया। इस मामले में राज्य के निर्वाचन आयोग ने भरतपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी से तथ्यात्मक रिपोर्ट भी मांगी है। वहीं पुलिस लाइन निरीक्षक की ओर से भी कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ मथुरा गेट थाना में मामला दर्ज कराया है।
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया िकइस मामले मंे
विधायक एवं डीग कुम्हेर विधानसभा के कांगे्रस उम्मीदवार विश्वेन्द्रसिंह
द्वारा जो आरोप लगाये हैं उनकी निश्पक्ष जांच कराई जायेगी और एसपी
केशरसिंह शेखावत को छुटटी भेज दिया गया है। वे मतगणना के काम से दूर
रहेंगे। मतगणना के कार्य का सुपरवीजन आईजी मालिनी अग्रवाल की देखरेख में
होगा।