भरतपुर / राजेंद्र शर्मा जती। राजस्थान में भरतपुर जिले की नदबई तहसील के खटोटी गाव के रहने वाले रिंकू सिंह ने रीट परीक्षा लेबल-1 में दूसरी नंबर की रैंक हासिल की है। रिंकू के 150 में से 146 नंबर आए हैं।
रिंकू भरतपुर शहर में अपने दादा और ताऊ के मकान के पास ही कमरा लेकर पढ़ाई करते थे। उनके पिता मजदूर हैं। रिंकू ने बताया की उनके दादा और ताऊ ने उन्हें पढ़ाई में काफी स्पोर्ट किया। रिंकू ने बताया उसके पिता विजय सिंह मजदूर हैं और उनकी मां सरोज देवी घर का कामकाज करती हैं।
रिंकू ने साल 2019 में STC की थी जिसके बाद रिंकू रीट की तैयारी करने लगे। रीट की तैयारी के लिए उन्होंने भरतपुर में कोचिंग की और पहली ही बार में उन्होंने राज्य में दूसरी रैंक हासिल की है।
रिंकू अब RAS की तैयारी करना चाहते हैं। रिंकू के जीजा कुमारसैन ने बताया की उनकी आर्थिक स्थिति ख़राब हैं। घर का गुजारा पिता की मजदूरी से ही होता है। रिंकू ने रीट की परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की है।
रिंकू दिन में 14 घंटे पढ़ाई करता था। जिसकी वजह से आज वह इस मुकाम पर पहुंचा है। रिंकू ने बताया की उसके दादा हरिदास, ताऊ राम राज, ताऊ भूप सिंह ने उनकी पढ़ाई में काफी मदद की।
रिंकू के दादा और ताऊ उनकी पढ़ाई के लिए फीस देते, कमरे का किराया भरते और अगर खाने पीने में कोई परेशानी आती तो उसमें भी पूरी तरह से मदद करते।