भरतपुर, / राजेन्द्र शर्मा जती। कृषि राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने जिले में वर्षा को
मद्देनजर रखते हुए रबी की फसल बुवाई क्षेत्र की स्थिति, उर्वरकों एवं डी.ए.पी की किल्लत के संबंध में कृषि विभाग के अधिकारियों की सोमवार को
स्थानीय सर्किट हाउस में बैठक लेकर समीक्षा की।
बैठक में कृषि राज्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में सरसों की बुवाई को मद्देनजर रखते हुए कृषकों को डी.ए.पी एवं अन्य उर्वरकों की उपलब्धता बनाए
रखने के लिए तुरंत व्यवस्था कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की वे खाद बीज बिक्रेताओं की दुकानों का नियमित रूप से निरीक्षण कर कालाबाजारी पर अंकुश
लगाए जिससे कृषकों को समय पर उर्वरक उपलब्ध हो सके।
बैठक में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक देशराज सिंह एवं उप निदेशक डाॅ. धर्मपाल सिंह ने कृषि राज्यमंत्री को बताया कि जिले में वर्षा की स्थिति
को मद्देनजर रखते हुए रबी फसल के दौरान कृषि बुवाई का क्षेत्रफल सामान्य स्थिति में है तथा अक्टूबर 2021 में 14 हजार मैट्रिक टन डी.ए.पी की मांग विभाग को भेजी गई जिसमें अभी तक 7 हजार 700 मैट्रिक टन डी.ए.पी जिले को प्राप्त हो गई है।
जिले में कृषकों को उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु निरंतर निगरानी रखी जा रही है साथ ही समय-समय पर निरीक्षण कर कालाबाजारी रोकने
के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
सी.एम वी.सी के दौरान कृषि राज्यमंत्री ने उठाया डी.ए.पी का मुद्दा।
कृषि राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा रविवार को ली गई वीडियो काॅन्फ्रेसिंग समीक्षा बैठक के दौरान जिले की उर्वरकों की स्थिति खासकर डी.ए.पी की किल्लत के कारण किसानों को सरसों की बुवाई में आ रही समस्या के संबंध में अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री से मांग की कि जिले को डी.ए.पी उपलब्ध कराने एवं एक रैक एसएसपी की तुरंत लगाने के राज्य
स्तर से प्रयास करने का आग्रह किया जिस पर मुख्मंत्री द्वारा राज्यस्तरीय अधिकारियों को भरतपुर जिले को पर्याप्त मात्रा में डी.ए.पी एवं अन्य उर्वरक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
वी.सी के दौरान ही कृषि विभाग के आयुक्त ने बताया कि भरतपुर जिले के लिए इफको द्वारा 1650 मैट्रिक टन एन.पी.के एवं एक हजार मैट्रिक टन डी.ए.पी का एक रैक 18 अक्टूबर को पहुंच
जाएगा। जिसका क्रय-बिक्रय सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों को बिक्रय कराया जाएगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर रघुनाथ खटीक, संयुक्त निदेशक कृषि देशराज सिंह एवं उप निदेशक कृषि डाॅ. धर्मपाल सिंह मौजूद रहे।