जल जीवन मिशन : थार के रेगिस्तान में अब घर-घर मन रहा जल उत्सव

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Barmer News। दूर-दूर तक फैले रेत के समंदर में हलक से उठती पानी की प्यास किसी से छिपी नहीं है। यहां नल से जल किसी कपोल कल्पना की भांति लगता रहा है लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं।

रेत के समंदर में आबाद रहवासीय ढाणियों तक भी न सिर्फ नल से जल टपक रहा है, बल्कि थार के रेगिस्तान Thar Desert में जल उत्सव Jal Festival मनाया जाने लगा है। सुदूर ढाणियों में नल से जल टपकने के बाद ग्रामीण महिलाओं की मीलों दूर से सिर पर पानी ढोकर लाने की मजबूरी खत्म सी हो रही है।

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय Union Ministry of Jal Shakti के जल जीवन Jal Mission  मिशन के तहत अब रेगिस्तान में आबाद रहवासीय इलाकों की तस्वीर बदलने लगी है। हाल ही में समदड़ी क्षेत्र के पांच गांवों को जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन से जोड़ने के बाद ग्रामीणों के चेहरों पर आई खुशी विकास की नई इबारत गढ़ रही है।

पानी की कमी से जूझते रहने के आदी इस इलाके के पांच गांवों में अब नल से जल पहुंच रहा है। यहां महिलाएं मीलों चलकर पानी ढोकर लाने को मजबूर रही हैं। नल कनेक्शन मिलने के बाद ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं है।

अब तक बाड़मेर के इन पांच गांवों के ग्रामीणों को पानी लाने के लिए दूर-दराज के इलाकों तक भटकना पड़ता था या महंगे दामों में टैंकरों से पानी डलवाना पड़ता था।

जब गांव के हर एक घर में पानी का कनेक्शन देने के लिए नल लगाए गए तो अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोकनर्तक मदनलाल भी गांव वालों की इस खुशी में शुमार हुए और पानी मिलने पर परंपरागत नृत्य करने लगे।

जिले के समदड़ी स्टेशन में महिलाओं ने राजस्थानी गीत गाकर और पुरुषों ने ढोल की थाप पर कदम से कदम मिलाकर गांव के हर घर के नल से जुड़ने की खुशी मनाई।

समदड़ी स्टेशन बाड़मेर जिले के उन पहले पांच गांवों में से है, जहां 100 फीसदी घर नल से जुड़ गए हैं। दावा है कि पांच गांवों की शुरुआत के बाद दिसंबर 2024 तक बाड़मेर जिले का हर गांव नल से जोड़ दिया जाएगा।

ग्रामीणों का कहना है कि पानी के लिए बहुत मुश्किलों का दौर देखा है लेकिन अब हर घर में नल कनेक्शन हो जाने से उन्हें बेहद खुशी है। जनप्रतिनिधि कविता कहती हैं कि पानी की परेशानी से परिवार का हर सदस्य रूबरू होता था।

महिलाएं सर्वाधिक परेशान थीं। अब उनके गांव का हर घर नल से जुड़ चुका है। समदड़ी स्टेशन की युवा कंचन प्रजापत कहती हैं कि उनका गांव जिले के उन पहले गांवों में से है जो 100 फीसदी नल से जुड़े हैं। यह अपने आप में जल संपन्न होते बाड़मेर के लिए ऐतिहासिक है।

जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेशचंद्र जैन ने बताया कि जिले में जल जीवन मिशन के तहत हर गांव को नल से जोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में जिले का समदड़ी स्टेशन, तेमावास, सांवरड़ा, समदड़ी और सिरियारा में सौ फीसदी घर नल से जुड़ गए हैं। इन गांवों में विभिन्न प्रोजेक्ट्स के जरिये लोगों को पेयजल आपूर्ति की जा रही है।

वाटर एण्ड सैनिटाइजेशन सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएसएसओ) के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह के मुताबिक पांच गांवों में हर घर नल की शुरुआत के बाद अब जल्द ही जिले के बाकी गांवों के घर भी नल से जुड़ जाएंगे। लोगों को पेयजल आपूर्ति के साथ-साथ जिले में डब्ल्यूएसएसओ के माध्यम से जल संरक्षक के संदेश को मुखर करने के लिए विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं।

जल जीवन मिशन के तहत समदड़ी स्टेशन में हर घर नल का कनेक्शन पहुंचने पर अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोकनर्तक मदन लाल तथा बुजुर्ग ग्रामीण रामाराम ने इसे एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में वर्णित किया।

इससे पहले गांव वालों को रोजाना पानी लाने के लिए मीलों पैदल चलना पड़ता था। क्योंकि बाड़मेर काफी रूखा-सूखा इलाका है। यहां पानी की नियमित आपूर्ति वास्तव में इस सूखे जिले के लिए दूर का सपना रहा है।

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