Tonk News : शहर के मोती बाग क्षैत्र में सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर के विरोध में दिया जा रहा धरना गुरूवार को भी यथावत जारी रहा। धरना संयोजक सलीमुद्दीन खान व एडवोकेट सरताज अहमद ने बताया कि 30 जनवरी शहीद दिवस के अवसर पर धरना स्थल पर महात्मा गांधी को याद करते हुए उनकी 72 वीं पुण्यतिथि पर धरने में शामिल महिला-पुरूषों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रृद्धांजली अर्पित की गई ।
इस अवसर पर पार्षद उमर जहां ने कहा कि महात्मा गांधी के सत्याग्रही जीवन से प्रेरणा लेते हुए उनका अनुसरण करते हुए हम इस सत्याग्रह को आगे बढ़ायेंगे। सीएए, एनआरसी तथा एनआरपी के विरोध में किया जा रहा हमारा यह संघर्ष शांति पूर्ण रहेगा। कलीम अहमद ने कहा कि महात्मा गांधी कभी नही चाहते थे कि भारत से अलग होकर पाकिस्तान बने, बल्कि महत्मा गांधी तो यह चाहते थे कि हिन्दुस्तान में हिन्दू-मुस्लिम मिलजुल कर रहे। बरकात हसीन ने रघुपति राघव राजा राम गाकर महात्मा गांधी को याद किया।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद शकील खान, आबिद मिया, मुमताज राही ने भी सम्बोधन किया। बुधवार कि रात्रि को हजारों की संख्या में महिला-पुरूषों ने सत्याग्रह में शामिल होकर सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। एडवोकेट सलीम नकवी ने कहा कि शाहीन बाग से भारत कई बेटियों ने आजाद भारत का सबसे बड़ा आन्दोलन चलाकर सरकार की नींव हिला दी है। जब हमारी बेटिया घर से निकलती हे तो फिर इतिहास रचती है, चाहे वह ज्योतिबा फूले, झांसी की रानी लक्ष्मी बाई हो, रजिया सुल्तान हो या शाहीन बाग में धरने पर बैठी कई बेटियां हो, टोंक शहर के मोती बाग में भी हजारों बेटियां 10 दिन से बैठी है।
विनोद बैरवा ने कहा कि यह सरकार दलितों से उनका आरक्षण छिनना चाहती है, लेकिन हम ऐसा कभी नही होने देंगे, शुक्रवार से दलित समाज की बेटियां भी इस सत्याग्रह में शामिल होगी। इस अवसर पर एड. मजहर आलम, सलीमुद्दीन खान, वक्फ बोर्ड सदर मतीन मिजऱ्ा, शाहीन अफरोज, अच्युत ठाकुर, गुड्डू इम्तेयाज़, सै. महमूद शाह, अशोक बैरवा, नसरीन, अफरोज सरताज, मो. शकील, मोहसीन रशीद, एड. गोपी लाल मेहरा, रजिय़ा सुल्तान, असलम बाबा, जाकिर सना, मंसूर अहमद इदरीस सहित कई लोग मौजूद थे।