Tonk news / अलीगढ़/उनियारा /शिवराज मीना। उपखण्ड क्षेत्र के ककोड़ में शनिवार दोपहर को महानरेगा योजना के तहत काम की कम मजदूरी मिलने को लेकर आक्रोशित सैकडों महिला-पुरूष महानरेगा श्रमिकों ने गेती फावड़े तथा तगारी लेकर ककोड़ बसस्टेण्ड़ के पास टोंक- सवाईमाधोपुर हाईवे पर बम्बूलों की कंटिली झाडियां डालकर जाम लगा दिया।
जाम के दौरान महानरेगा श्रमिकों ने ग्राम पंचायत ककोड सरपंच रामबिलास गुर्जर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अडे रहे। करीब आधे घण्टे तक लगे जाम के बाद टोंक-सवाईमाधोपुर हाइवे मार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। जाम की सूचना मिलने पर ककोड़ पुलिस चौकी प्रभारी सहित पुलिसकर्मी मौके पर पहुँचे तथा श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। पुुुलिस ने महानरेगा श्रमिकों से मामले को लेकर काफी मशक्कत के बाद समझाईश कर जाम को खुलवाया।
महानरेगा श्रमिकों का कहना है कि महानरेगा योजना में ग्राम पंचायत ककोड़ की ओर से ककोड तालाब में स्वीकृत कार्य में मजदूरी की गई तथा वर्तमान में भी नरेगा योजना में तालाब खुदाई का काम चल रहा है। जिस पर पंचायत प्रशासन व पंचायत समिति प्रशासन की लापरवाही के चलते महानरेगा श्रमिकों को कम मजदूरी दी गई। कम मजदूरी मिलने को लेकर महानरेगा श्रमिकों ने ककोड़ सरपंच को अवगत कराया गया।
लेकिन उन्होंने भी मामले को लेकर कोई कार्यवाही नहीं करने से महानरेगा श्रमिकों में आक्रोश व्याप्त हो गया और सैकड़ों महिला-पुरूष श्रमिकों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। लेकिन बनेठा थाने की ककोड चोकी पुलिस ने श्रमिकों से समझाईश कर कडी मशक्कत के बाद जाम को खुलवा दिया गया।
— इनका कहना है —
इधर मामले को लेकर ककोड ग्राम पंचायत सरपंच रामबिलास गुर्जर का कहना है कि पंचायत द्वारा नरेगा श्रमिकों को तालाब खुदाई में नरेगा योजना से रोजगार दिया जा रहा है। लेकिन श्रमिक मापदंड के अनुसार कार्य नहीं कर रहे हैं। जिससे उनकी मजदूरी में कटौती हो रही है। श्रमिकों द्वारा राजनीतिक द्वैषता से मेरे ऊपर आरोप लगाना व हाईवे जाम करना उचित नहीं है।