Nagaur News । प्रदेश के 21 जिलों में प्रस्तावित जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए भाजपा की ओर से टिकट वितरण का ऐलान हीना के साथ ही कई जिलों में बवाल हो गया तथा कार्यकर्ताओं का रोष फूट पड़ा है। नागौर की भैरूंदा पंचायत समिति के चुनाव में टिकट वितरण में गड़बड़ी से नाराज कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के मंडल अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को पेड से बांध दिया तो गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पार्टी का झंडा भी जलाया और पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के बहिष्कार की भी चेतावनी दी है। जबकि, अजमेर में रावत समाज की उपेक्षा के बाद समाज दो धड़ों में बंट गया है। जिला परिषद प्रत्याशियों की सूची में रावत समाज से दो नेताओं के टिकट कटने के बाद रावत समाज का एक धड़ा खुलकर पार्टी के विरोध में आ गया है।
मूडल अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को पेड से बांधा
नागौर की नवगठित भैरूंदा पंचायत समिति के चुनाव में टिकट वितरण के बाद उपजी गुटबाजी सोमवार को सडक़ पर आ गई। यहां टिकट वितरण के बाद असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के भाजपा के हरसौर मंडल अध्यक्ष राजेश वैष्णव और उपाध्यक्ष को पेड़ से बांध दिया। इस दौरान नाराज कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और पार्टी का झंडा भी जला दिया। हालांकि, बाद में समझाइश पर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को छोड़ दिया गया लेकिन नाराज कार्यकर्ताओं ने चुनाव में पार्टी के प्रत्याशियों के बहिष्कार की चेतावनी दी है। नाराज कार्यकर्ताओं का कहना है कि टिकट वितरण में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है।
अजमेर में टिकट वितरण के बाद रावत समाज धडो मे बंटा, कांग्रेस में शामिल हुए नेता
अजमेर रावत समाज में असरदार एडवोकेट राजेंद्र रावत ने जिला परिषद वार्ड नंबर 30 और निवृतमान पीसांगन प्रधान अशोक सिंह रावत ने जिला परिषद के वार्ड एक से टिकट देने की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने दोनों को ही दरकिनार कर एक दिन पहले ही कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व जिला परिषद सदस्य श्रवण सिंह रावत को वार्ड 30 से टिकट दे दिया। इसके बाद अब दोनों ने भाजपा को खुले में चुनौती दे दी है। एडवोकेट राजेंद्र रावत ने तो भाजपा से बगावत करते हुए कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। मंत्री प्रमोद जैन भाया से मुलाकात के बाद उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।