कियोस्क लगाकर फास्टैग देगी एनएचएआई,पैट्रोल पंपों पर भी मिलेगी चिप

liyaquat Ali
5 Min Read

Jaipur News / Dainik reporter : राष्ट्रीय राजमार्ग  प्राधिकरण(एनएचएआई)के अधीन सभी राजमार्गों पर 1 दिसम्बर से गाडिय़ों पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। विभिन्न बैंकों और टोल प्लाजा में फास्टैग का वितरण शुरू भी हो गया है। जल्द ही पैट्रोल पंपों पर भी फास्टैग मिलने लगेंगे और इसके साथ ही एनएचएआई भी कई इलाकों में कियोस्क लगातार वितरण करेगी।

हालांकि समय कम बचा है लेकिन एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक 1 दिसम्बर तक का समय पार्याप्त है और उस डेडलाइन तक काफी लोग इस प्रक्रिया से जुड़ जाएंगे। यह भी पता चला है कि एनएचएआई मोबाइल कंपनियों के माध्यम से मैसेज करके जनता को इस बारे में जागरुक करेगी और टोल फ्री नम्बर भी दिया जाएगा जो 24 घंटे काम करेगा।

फिलहाल  केवल उन्हीं वाहन चालकों को इस बारे में जानकारी दी जा रही है जो राष्टï्रीय राजमार्गों(एनएचएआई) से इन दिनों गुजर रहे हैं। विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि एनएचएआई के प्रतिनिधियों के साथ कैनोपी लगाकर राजमार्गों पर जनता को जागरुक करने का काम कर रहे हैं। अभी की स्थिति में विभिन्न टोल प्लाजा में एक या दो लाइन ही फास्टैग की होती है और बाकी की लाइनों में नकद भुगतान होता है।

फास्टैग सिस्टम में टोल प्लाजा में लगा बैरियर गाड़ी की विंड स्क्रीन के सम्पर्क में आते ही स्वत: ही ऊपर उठ जाता है और संबंधित गाड़ी बिना किसी रुकावट के आगे निकल जाती है। वैसे केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक शोरूम से निकलने वाली सभी गाडिय़ों में पिछले 2 साल से फास्टैग अनिवार्य है,अब उनको केवल इनको रिचार्ज ही करवाना होगा। किसी दूसरे नम्बर की गाड़ी पर यह चिप नहीं लगाई जा सकेगी। वैसे यह चिप इस तरह से लगी होगी कि इसको विंड स्क्रीन पर लगाने के बाद आसानी से हटाई नहीं जा सकेगी।

नियमों के मुताबिक वाहन चालक को ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ आधार कार्ड और वाहन की आरसी भी देनी होगी। उसके बाद चालक को 500 रुपए का नोन रिफंडेबल शुल्क लेकर गाड़ी की विंड स्क्रीन पर लगाने के लिए चिप दी जाएगी। इन 500 रुपए में से 200 रुपए पंजीकरण शुल्क और 300 रुपए सिक्योरिटी शुल्क होंगे। आधार कार्ड और आरसी के सत्यापन के बाद थोड़े समय बाद ही उस चिप का आईडी नम्बर और पासवर्ड उपयोगकर्ता के मोबाइल नम्बर पर आ जाएगा।

फिर वो उस चिप को किसी भी निजी या सरकारी बैंक,पेटीएम,गूगल पे अथवा फोन पे से इंस्टाल करवा कर रिजार्च करवा सकता है,ठीक उसी तरह जैसे मोबाइल में कॉल करने के लिए पैसे डलवाए जाते है। जानकारी के मुताबिक 150 रुपए फास्टैग के खाते में रहना जरूरी है। उसके ऊपर की राशि टोल शुल्क चुकाने के काम आएगी।

बताया जाता है कि एनएचएआई के पास अभी इतने सर्वर है ही नहीं कि वो सारी लाइनों में फास्टैग से टोल काट सके। हालांकि एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार आईटी कंपनियां इस बारे में दिन-रात काम कर रही है। सर्वर की कनेक्टिविटी और स्पीड बढ़ाने के प्रयास भी लगातार हो रहे हैं और 1 दिसम्बर तक सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे।

वैसे उपभोक्ता के बचत खाते से यह प्रक्रिया काफी आसानी से पूरी की जा सकती है। फास्टैग लेने वाले वाहन चालक की आईडी और पासवर्ड बैंक खाते से जुड़ जाएगा और जब भी टोल शुल्क चुकाया जाएगा तो बैंक के खाते में से स्वत: ही राशि कट जाएगी तथा इसका मैसेज भी मोबाइल पर आ जाएगा।

इसके अलावा दूसरे बैंकों ने भी रिचार्ज करवाने की सुविधा दी है। कई बैंक बिना खाता खोले ही यह सुविधा दे रहे हैं। जानकारी के  अनुसार एनएचएआई ने सभी राष्टï्रीयकृत बैंकों के अलावा आईसीआईसीआई , एचडीएफसी, एक्सिस, इंडसइंड बैंकों में भी यह सुविधा दी है।

Share This Article
Follow:
Sub Editor @dainikreporters.com, Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter.