Karauli News । बहुचर्चित पुजारी हत्याकांड मामले में आरोपितों को बुकना गांव की पंचायत ने समाज से बहिष्कृत करने का फैसला सुना दिया है।
करौली के बुकना गांव में 7 अक्टूबर को गांव के राधा गोपाल मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव की कैलाश मीणा के साथ जमीन विवाद को लेकर कहासुनी हुई थी। इसके बाद कैलाश मीणा सहित अन्य कुछ लोगों पर पुजारी वैष्णव पर पेट्रोल छिडक़कर जला देने का आरोप लगा। पुजारी वैष्णव की इलाज के दौरान जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय में 8 अक्टूबर को मौत हो गई थी। पुजारी हत्याकांड के बाद देशभर में पुजारी के पीडि़त परिवार को न्याय देने की मांग उठने लगी और धीरे-धीरे मामला बढ़ता गया।
अब सीआईडी सीबी इस मामले की जांच कर रही है। सीआईडी सीबी के एसपी विकास कुमार ने बताया कि अभी मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। साक्ष्य उठाए जा रहे हैं। जल्द ही मामले का खुलासा होगा। पुजारी की मृत्यु होने से पहले पुलिस को दिए गए बयान के आधार पर आधा दर्जन लोगों के खिलाफ हत्या करने का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा द्वारा गठित की गई टीमों ने तत्परता के साथ घटना के मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया था। घटना में शामिल एक अन्य आरोपी दिलखुश मीणा को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी अन्य आरोपित अभी पुलिस गिरफ्त से फरार चल रहे हैं। पुलिस जगह-जगह दबिश देकर उनकी तलाश कर रही है।