Jaipur News । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह तैयार है। 16 जनवरी से पहले हमें वैक्सीन मिल जाएगी। प्रदेश में वैक्सीनेशन के 4 में से पहले चरण में साढ़े चार लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। हम तीन करोड़ वैक्सीन संग्रहित करने की क्षमता विकसित कर चुके हैं। प्रत्येक केन्द्र पर 100 लोगों का वैक्सीन किया जाएगा। पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स, सेना, आम्र्ड फोर्सेज, पैरा मिलिट्री फोर्सेज व राजस्व कार्मिकों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने राजस्थान में वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर रविवार सवेरे पत्रकार वार्ता में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 8 जनवरी को प्रदेश में वैक्सीनेशन का ड्राई रन सफल रहा है। वैक्सीन के क्या परिणाम रहेंगे, इसे लेकर अभी सवाल खड़े करने का समय नहीं है। पूर्व में जब राजस्थान को कोरोना के चीनी जांच किट मिले थे, तब हमने उसका उपयोग किया, फिर उसके परिणामों के बारे में आईसीएमआर को लिखा। तब आईसीएमआर ने माना था कि किट में कुछ खामियां है। फिर सभी राज्यों को इसके लिए सचेत किया गया। फिर भी हम सतर्क हैं, वैक्सीनेशन के दौरान अगर ऑब्जर्वेशन में कोई अनहोनी होती है तो उसके लिए भी हमारी पूरी तैयारी है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह चुनाव के लिए पोलिंग बूथ होते हैं, उसी तरह कोरोना के वैक्सीनेशन केन्द्र होंगे। इसके लिए तीन कमरों की जरुरत रहेगी। जिन स्थानों को इसके लिए चिह्नित किया गया हैं, वहां यह जरुरत पूरी कर ली गई है। राजस्थान में लगातार कोरोना के आंकड़े कम हो रहे हैं, यह शुभ संकेत है। यह सावधानी छोडऩे का समय नहीं है। हमें सावधानी के साथ सतर्कता बरतनी होगी।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि अब तक कोविन सॉफ्टवेयर में साढ़े तीन लाख लोगों का डाटा फीड किया जा चुका हैं। वैक्सीनेशन के लिए राज्य के 3689 सरकारी अस्पताल व 2969 प्राइवेट अस्पताल चिह्नित किए जा चुके हैं। प्रथम चरण में 3056 सरकारी संस्थानों पर वैक्सीनेशन होगा। इसके लिए 18654 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 5026 वैक्सीनेशन दल को प्रशिक्षण देकर वैक्सीन कोविशील्ड 2 से 8 डिग्री तापमान में रखने की हिदायत दी जा चुकी है। राज्य में उदयपुर, जयपुर, जोधपुर में एयर ट्रॉफिक हैं, जहां स्टेट सेंटर बनाकर सातों संभागीय मुख्यालयों और 33 जिलों में वैक्सीन स्टोर बनाए जा चुके हैं। प्रदेश में 2444 सीएचसी-पीएचसी पर कोल्ड चैन वर्किंग है। हर जिले में एक वैन वैक्सीनेशन के लिए रहेगी। वैक्सीनेशन के बाद किसी भी अनहोनी के लिए केन्द्रों पर 104-108 एम्बुलेंस तैनात रहेगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कोर्डिनेशन कमेटी बनी है, जिसकी 2 बैठकें हो चुकी है। दस श्रेणियों के 116910 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका हैं, जिनमें जिला व ब्लॉक स्तर के जनप्रतिनिधियों से लेकर आमजन तक शामिल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि वैक्सीनेशन में राजस्व कार्मिकों को भी शामिल किया जाएं, इसके लिए राजस्थान में 21 हजार 305 राजस्व कार्मिक चिह्नित किए गए हैं। पूरी वैक्सीनेशन प्रक्रिया के दौरान 181 आपातकालीन नंबर रहेगा।