Jaipur News। कोरोना संक्रमण की महामारी से फ्रंट वॉरियर्स तथा आमजन को बचाने के लिए भारत बायोटेक की को-वैक्सीन तथा सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड वैक्सीन जिलों तक पहुंचाने का काम शुरु हो गया है। राजस्थान समेत पूरे देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का पहला चरण आरंभ होगा। इसके लिए दोनों कम्पनियों की ओर से वैक्सीन की 5 लाख 43 हजार 500 डोज राजस्थान भिजवाई गई हैं। दोनों कम्पनियों की वैक्सीन जयपुर सीएमएचओ कार्यालय में बनाए गए कोल्ड स्टोरेज में रखा गया है, जहां से इन्हें अन्य जिलों में भेजने का काम शुरू हो गया है।
वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तहत जयपुर में बुधवार को दो चरणों में वैक्सीन पहुंची है। पहले चरण में भारत बायोटेक द्वारा निर्मित को-वैक्सीन की 20 हजार डोज हैदराबाद से जयपुर भेजी गई, वहीं दूसरे चरण में पुणे से सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड वैक्सीन की 4 लाख 43 हजार डोज भेजी गई हैं। राजस्थान में कोविड-19 वैक्सीन के को-आर्डिनेशन का काम देख रहे डॉ. लक्ष्मण सिंह ओला ने बताया कि राजस्थान में 5 लाख 43 हजार 500 वैक्सीन की डोज पहुंची हैं, जिसमें से 4 लाख 43 हजार वैक्सीन जयपुर तो 1 लाख 500 डोज मुंबई से सीधी उदयपुर भेजी गई हैं। उन्होंने बताया कि उदयपुर को छोडक़र प्रदेश के सभी जिलों में वैक्सीन भेजने का काम बुधवार रात से शुरू कर दिया गया है।
इन जिलों में वैक्सीन
चिकित्सा विभाग की ओर से प्रथम चरण में अजमेर में 23360, अलवर में 24900, बारां में 9180, बाड़मेर में 11590, भरतपुर में 13360, बीकानेर में 18490, बूंदी में 9620, चूरू में 12380, दौसा में 7150, धौलपुर में 6340, हनुमानगढ़ में 10820, जयपुर फस्र्ट में 51310, जयपुर सैकेंड में 22260, जैसलमेर में 4110, जालोर में 12900, झालावाड़ में 13570, झुंझुनंू में 13500, जोधपुर में 36070, करौली में 6980, कोटा में 20220, नागौर में 23570, पाली में 17120, सवाई माधोपुर में 8990, सीकर में 12400, सिरोही में 4210, श्रीगंगानगर में 17750, टोंक में 9250 डोज जयपुर से जाएगी। जबकि, बांसवाड़ा में 14380, चित्तौडग़ढ़ में 13220, डूंगरपुर में 13210, प्रतापगढ़ में 8140, राजसमंद में 10790 तथा उदयपुर में 40410 डोज उदयपुर से पहुंचाई जाएगी।
प्रदेश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का पहला चरण शुरू होगा। इसके तहत राजस्थान के सभी जिलों में कुल 282 सेंटर स्थापित किए गए हैं। पहले चरण के तहत 161 सेंटर्स पर ही वैक्सीनेशन होगा। वैक्सीनेशन का कार्यक्रम तीन दिन तक चलेगा।