Jaipur news । अरब सागर से आ रही हवाओं तथा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बैमौसम बारिश व ओलावृष्टि की मार झेल चुके राजस्थान के कई जिले अब कोहरे के साथ शीतलहर की चपेट में हैं। प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर कड़ाके की सर्दी के बाद अब बारिश-ओलावृष्टि व शीतलहर का दौर जारी है। इसके असर से राजधानी जयपुर सहित विभिन्न जिलों में बुधवार की सुबह कोहरे की आगोश में डूबी रही।
प्रदेश में नए साल की शुरुआत के साथ शुरू हुआ बारिश का दौर अब भी जारी है। बुधवार सुबह भी जयपुर, चूरू, श्रीगंगानगर, सीकर, टोंक, जोबनेर, अलवर सहित प्रदेश के कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने आगामी सात दिन के लिए घना कोहरा छाने के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
जयपुर का न्यूनतम तापमान बुधवार सुबह 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में सबसे ठंडा माउंटआबू रहा। यहां मंगलवार रात का पारा माइनस 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां बीते 24 घंटे में पारे में छह डिग्री से अधिक की गिरावट हुई। इसके अलावा फलौदी में पारा 9.8, सीकर में 10, अजमेर में 10.5, श्रीगंगानगर में 12.1, चूरू में 12, डबोक में 8.2 डिग्री पारा दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में चूरू में 4.6, श्रीगंगानगर में 5.6, सीकर में 3, पिलानी में 3.2, अलवर में 2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
जयपुर का न्यूनतम तापमान बुधवार सुबह 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में सबसे ठंडा माउंटआबू रहा। यहां मंगलवार रात का पारा माइनस 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां बीते 24 घंटे में पारे में छह डिग्री से अधिक की गिरावट हुई। इसके अलावा फलौदी में पारा 9.8, सीकर में 10, अजमेर में 10.5, श्रीगंगानगर में 12.1, चूरू में 12, डबोक में 8.2 डिग्री पारा दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में चूरू में 4.6, श्रीगंगानगर में 5.6, सीकर में 3, पिलानी में 3.2, अलवर में 2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग जयपुर केंद्र के प्रभारी आरएस शर्मा ने बताया कि फिलहाल दो से तीन दिन तक प्रदेश में हल्के बादल छाए रहेंगे। एक पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू-कश्मीर के पास बना हुआ है। इसके प्रभाव से मैदानी क्षेत्रों पर आया चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अभी भी राजस्थान के दक्षिण और पश्चिमी भागों पर बना हुआ है। इस कारण राजस्थान में गरज के साथ वर्षा की गतिविधियां बने रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 48 घंटे के अंतर्गत प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है।