Hanumangarh News/जसवीर सिंह । केंद्र सरकार द्वारा जबरदस्ती पारित किए गए किसान,मजदूर व व्यापारी विरोधी कृषि अध्यादेशों के विरोध में रविवार ग्रामपंचायत मक्कासर में उक्त काले कानूनों की प्रतियां जलाकर आक्रोश प्रकट किया गया। इस दौरान किसानों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उक्त काले कानूनों को वापिस लेने की मांग की गई।प्रतियां दहन से पूर्व किसानों द्वारा शहीदे आजम भगत सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
किसान नेता मनीष मक्कासर ने बताया कि मोदी सरकार द्वारा राज्यसभा में उक्त काले कानूनों को जबरदस्ती पारित कर किसानों पर थोपने का प्रयास किया जा रहा है जो किसी भी सूरत में सहन नही किया जाएगा सरकार उक्त काले कानूनों की आड़ में देश के किसानों को बर्बाद कर अपने पूँजीपतिं मित्रों को लाभ पहुंचाना चाहती है किंतु देश का किसान केंद्र सरकार के मनसूबों को किसी भी सूरत में पूरा नही होने देगा।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से शहीद भगत सिंह ने आजीवन अंग्रेजो की दमनात्मक नीतियों का विरोध करते हुए संघर्ष किया उसी तरह देेश का किसान केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए उक्त काले कानूनों को वापिस लेने के लिये सरकार को मजबूर करने का कार्य करेगा ओर जरूरत पडी तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा।किसान नेता डॉ सौरभ राठौड़ ने बताया कि देश के समस्त किसान संगठनों द्वारा उक्त तीनों काले कानूनों का विरोध किया जा रहा है किसान और किसानी को बर्बाद करने वाले इन काले कानूनों को किसी भी सूरत में लागू नही होने दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आज दिल्ली में समस्त किसान संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित होगी जिसमें सरकार के खिलाफ किये जाने वाले आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।राठौड़ ने कहा कि दिल्ली की बैठक में जो भी तय होगा उसी के अनुसार सरकार के खिलाफ आंदोलन लड़ा जाएगा।