जयपुर
राज्य सरकार ने गाडिया लोहारों को मुख्यधारा में लाने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके लिए एक योजना बनाकर गाडिया लोहारों को स्थायी रूप से बसाकर भवन निर्माण एवं कच्चा माल क्रय करने के लिए अनुदान योजना संचालित कर रही है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक सांवरमल वर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गाडिया लोहारों को स्थायी रूप से बसाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 150 वर्ग गज एवं शहरी क्षेत्र में 50 वर्ग गज भूमि आवंटन करने का प्रावधान है। जिस गाडिया लोहार परिवार में पति व पत्नी के पास मकान नहीं है, वह निर्धारित प्रपत्र में प्रार्थना पत्र देकर मकान निर्माण के लिए अनुदान की मांग कर सकता है।
आवंटित भूमि पर मकान निर्माण के लिए गाडिया लोहारों को निर्धारित प्रपत्र में नियमानुसार जाति प्रमाण पत्र एवं भूमि का पट््टा संलग्न कर आवेदन किए जाने पर प्रति परिवार 70 हजार रूपये अनुदान राशि दी जाएगी। है। यह राशि तीन किश्तों में 25 हजार, 25 हजार एवं 20 हजार रुपए अनुदान के रूप में दी जाएगी। इसके अलावा इनसे तैयार माल खरीदने के लिए एकमुश्त 5 हजार रुपये अनुदान राशि भी दी जा रही है।