Dausa News। प्रदेश में बढ़ते महिला एवं दलित अत्याचार के मुद्दों पर सोमवार को जिला मुख्यालय पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। भाजपा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के पास एकत्रित होकर जिलाध्यक्ष डॉ. रतन तिवाडी के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए पहुंचे। जहां उन्होंने जिला कलक्टर पीयूष सामरिया को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व सांसद कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए सांसद जसकौर मीणा ने प्रदेश में दिनोंदिन बढ़ते महिला एवं दलित अत्याचार के मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि जयपुर, चुरू, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, बांरा व झालावाड समेत प्रदेश के 22 जिलों में दुष्कर्म की गंभीर मामले सामने आए हैं। इन प्रकरणों में पुलिस द्वारा गहन जांच नहीं होने अपराधियों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं। अपराधी खुले में घूम रहे हैं। बांरा में हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के इतने दिन बाद में पीडित परिवार को राहत नहीं दी, उनकी मांगों पर सरकार सुनवाई नहीं कर रही। लचर शासन व्यवस्था के चलते अपराध बेलगाम हो चुके हैं। सरकार को आंख, कान, दिमाग खोलकर अपराधों पर अंकुश लगाकर बेटियों को सुरक्षा दें।
सांसद ने मंत्री ममता भूपेश पर निशाना साधते हुए कहा कि महिला बाल विकास मंत्री को बेटियों की चिंता नहीं हैं, वे अपनी राजनीति को बचाने में जुटी हैं। मंत्री पूरे प्रदेश की होती हैं, लेकिन वे सिर्फ अपने क्षेत्र में वोट बैंक को बचाने में जुटी हैं। अपराध व महिला उत्पीडन में राजस्थान का देश में सर्वोच्च स्थान बना हुआ है। लेकिन कांग्रेस राजनैतिक स्वार्थ के लिए प्रपंच रच रही है।
इनके नेताओं को यूपी की चिंता है, लेकिन राजस्थान में हो रहे अपराधों पर चुप्पी साधे हुए है। सांसद ने केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल के सन्दर्भ में कहा कि यह बिल किसान विरोधी नहीं है जबकि विपक्ष द्वारा किसानों को लगातार गुमराह किया जा रहा है। किसानों को कांग्रेस के ढोंग को समझने की आवश्यता है।