Dausa News। संभागीय आयुक्त (डीसी) डॉ. समित शर्मा बुधवार को औचक निरीक्षण करने दौसा के जिला अस्पताल पहुंचे। अस्पताल पहुंचते ही उन्होंने एक बुजुर्ग मरीज की जांच पर्चियों को देखा। डॉक्टर ने पर्ची में मरीज को निजी लैब से जांचें करवाने के लिए लिखा था। यह देख शर्मा भडक़ गए और मौके पर ही उन्होंने डॉक्टरों को कड़ी फटकार लगाई।
उन्होंने डॉक्टर से पूछा कि इतनी महंगी जांच प्राइवेट लैब से करवाने की क्या जरूरत पड़ गई। फिर उन्होंने पूछ लिया कि तुम्हें कितनी तनख्वाह मिलती है। डॉक्टर ने जवाब दिया डेढ़ लाख। इस पर कहा गया कि इन गरीबों के साथ क्यों ऐसा करते हो, क्या जरूरत है इन जांचों की। डीसी ने डॉक्टरों से कहा कि हमें पता है बाहर से इलाज का क्या मतलब होता है। उनका संकेत निजी लैबों से मिलने वाले कमीशन की तरफ था। उन्होंने चेतावनी दी कि ये सब झमेला बंद कर दें वरना एक्शन होगा। उन्होंने ओपीडी के टाइम में डॉक्टरों के चैम्बर खाली देखे तो नाराजगी जाहिर की।
डॉ शर्मा ने जिला अस्पताल में काफी देर तक मरीजों से बात की और डॉक्टरों को सख्त हिदायत दी कि अस्पताल में जो संसाधन उपलब्ध हैं उनसे भी मरीजों का इलाज हो सकता है। सरकार पर्याप्त दवाइयां, उपकरण और जांच की मशीनें अस्पतालों को उपलब्ध करवा रही है। संभागीय आयुक्त के अलावा जयपुर जिला कलेक्टर अतर सिंह नेहरा ने जयपुर के बगरू क्षेत्र का दौरा किया। जहां उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पॉवर हाउस, राजकीय बालिका स्कूल, जलदाय विभाग कार्यालयों की व्यवस्थाएं देखीं। कलेक्टर नेहरा ने निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड के रखरखाव व कार्यालय परिसर की स्वच्छता पर जोर दिया। इसी तरह एसडीएम अभिषेक सुराना जयपुर के चौंमू कस्बे के सरकारी अस्पताल में पहुंचे, जहां उन्होने महिला प्रसूति वार्ड का निरीक्षण किया।