अहमदाबाद । बलात्कार के आरोपियो को गिरफ्तार कर रिमांड लेकर उन्हे सजा दिलवाने वाली एक महिला पुलिस अधिकारी को स्वंय पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने गिरफ्तार कर रिमांड लिया और वह अभी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर है । जी हां यह सच है इस महिला अधिकारी पर इस महिला अधिकारी पर एक कंपनी के मालिक को बलात्कार के मामले मे बचाने के एवज मे 35 लाख रूपये रिश्वत लेने का आरोप है । अहमदाबाद के महिला थाने की इंचार्ज श्वेता जड़ेजा पर बलात्कार के आरोपी से 35 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है ।
एफआईआर के मुताबिक अहमदाबाद की एक निजी कंपनी की दो महिला कर्मचारियों ने कंपनी के प्रबंध निदेशक केनल शाह के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी ।।इसी मामले में कंपनी के सुरक्षा अधिकारी ने भी अहमदाबाद के सैटेलाइट थाने में शिकायत दी थी ।।इस पर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया है।।
हवाला के जरिए ली 35 लाख रिश्वत
इन मामले की जांच के दौरान महिला पुलिस थाने की इंचार्ज श्वेता जड़ेजा ने आरोपी से 35 लाख रुपये रिश्वत की मांग यह कहते हुए की कि अगर उसको पैसा नहीं दिया गया, तो आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।। श्वेता जड़ेजा ने केनल शाह के भाई भावेश को बुलाकर रिश्वत की मांग की और 20 लाख रुपये में दोनों पक्ष राजी हुए । रिश्वत की रकम बाद में हवाला के जरिए जमजोधपुर में पुलिस सब-इंस्पक्टर श्वेता जड़ेजा के किसी पहचान वाले को पहुंचाई गई।
आरोपी केनल शाह के खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ, जिसके बाद पुलिस अधिकारी श्वेता जड़ेजा ने आरोपी के भाई से फिर 20 लाख रुपये की मांग की और 15 लाख रुपये में मामला तय किया गया यह रकम भी पुनः जमजोधपुर भेजी गई।
आरोपी के भाई की शिकायत पर हुई कार्यवाही
शिकायत के अनुसार इसी दौरान आरोपी के भाई भावेश ने एक शिकायत पुलिस को दे दी थी, जिसकी जांच पीआई आरएस सुवेरा कर रहे थे, जिन्होंने आवश्यक प्रमाण एकत्रित किए और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
क्राइम ब्रांच की टीम ने पूरे मामले की बारीकी से जांच कर निकायत सही पाए जाने पर श्वेता जड़ेजा के खिलाफ शिकायत दर्ज की क्राइम ब्रांच के जॉइंट पुलिस कमिश्नर अजय तोमर का कहना है कि जब पूरे मामले की जांच की गई, तो उसमें कुछ सच्चाई सामने आई, जिसके बाद श्वेता जड़ेजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
इस पूरे मामले की जांच अब स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के एसीपी बीसी सोलंकी को सौंपी गई है। आरोपी पुलिस अधिकारी का बयान दर्ज कर लिया गया है।।