Chittorgarh News।चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा सदर थाना क्षेत्र में तीन दिन पूर्व हत्या कर अलसीगढ़ गांव के जंगल में शव जलाने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ जारी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरितासिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में वारदात का खुलासा किया है। उन्होेंने बताया कि 11 दिसंबर को मिली अधजले शव की पहचान इशाक मोहम्मद निवासी आवरीमाताजी के रूप में हुई थी। जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के निर्देशन पर डिप्टी निंबाहेड़ा जगराम मीणा व सदर निंबाहेड़ा के सुपर विजन में एक टीम बनाई गई। टीम द्वारा लगातार इस मामले की जांच की जा रही थी। जांच के दौरान पता चला कि इशाक मोहम्मद को पड़ोस में रहने वाले चेतन ने इशाक को अपनी बहन के साथ बातचीत करते हुए देखा था। इशाक मोहम्मद चेतन की नाबालिग बहन के साथ बातचीत करता था। वहीं, इशाक के भतीजे शकील ने 8 दिसंबर को मृतक को खेत की तरफ जाते हुए देखा था।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने लड़की के परिवारजनों से पूछताछ की। जिसके बाद लड़की के भाई चेतन पुत्र गोपीलाल व राजेश पुत्र गोपी लाल निवासी आवरी माता ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने बताया कि 8 दिसंबर मृतक को अपनी बहन के साथ घर में मिलते हुए देखा। उसके बाद चेतन ने ईशा को घर में बुलाया और उसके बाद दोनों भाइयों ने इसाक के साथ मारपीट की। दोनों ने इशाक मोहम्मद का मुंह बांधकर बोरी में डालकर अलसीगढ विरान में खदान में ले जाकर पहचान छिपाने के लिये उसपर पेट्रोल व शक्कर डाल कर जिंदा जला दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।