अब गुजरात राज्यसभा में क्रांसवोटिंग के डर से विधायक जयपुर शिफ्ट

liyaquat Ali
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Jaipur News । मध्यप्रदेश के बाद अब गुजरात में  क्रांसवोटिंग रोकने की कवायद के तहत कांग्रेस ने विधायकों को जयपुर और उदयपुर लाने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक गुजरात के 20 कांग्रेस विधायकों  को शनिवार रात जयपुर लाया गया है।

करीब 48 विधायकों को उदयपुर  शिफ्ट किया जाएगा। गुजरात में राज्यसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी की जा रही है। राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को हाईकमान सबसे सुरक्षित मानकर चल रहा है। इस लिए बाड़ेबंदी की जिम्मेदारी राजस्थान को दी जा रही है।

इससे पहले गत नवम्बर में महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायकों की जयपुर के ब्यूना विस्टा रिसॉर्ट में बाड़ेबंदी की गई थी। अब मध्यप्रदेश के विधायक भी यहां रूके हुए हैं। 


गुजरात में 26 मार्च को राज्यसभा की 4 सीटों पर चुनाव होना है। संख्या बल के हिसाब से 2 सीटों पर बीजेपी और 2 पर कांग्रेस सीधी जीत दर्ज करती नजर आ रही है। पर भाजपा ने अमीन 2012 में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल नरहरि अमीन को तीसरे उम्मीदवार के रूप में उतारकर मुकाबले को रोचक कर दिया है।

कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है। यही वजह है कि कांग्रेस अपने विधायकों को राजस्थान में शिफ्ट किया जा रहा है।


गुजरात की विधानसभा सीटों के आधार पर एक उम्मीदवार को जीत के लिए 37 वोटों की जरूरत है। कांग्रेस के पास 73 विधायक हैं और निर्दलीय जिग्नेश मेवानी कांग्रेस के साथ हैं। ऐसे में उनकी संख्या 74 हो गई है और उसकी 2 सीटों पर जीत होती नजर आ रही है। पर भाजपा की ओर राज्यसभा के लिए अभय भारद्वाज और रमीवा बेन बारा के साथ तीसरे कैंडिडेट के तौर पर नरहरि अमीन को प्रत्याशी बनाया है।

वहीं कांग्रेस की ओर से राज्यसभा के लिए शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी कैंडिडेट बनाए गए हैं। गुजरात की राज्यसभा की जिन 4 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं,उनमें से 3 सीटें बीजेपी और 1 सीट कांग्रेस के पास है।


यह है संख्याबल का हिसाब


गुजरात विधानसभा की कुल 182 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से दो सीटें फिलहाल रिक्त हैं। इस तरह कुल संख्या 180 है। ऐसे में गुजरात में राज्यसभा की एक सीट पर जीतने को प्रथम वरीयता के लिए 37 वोट चाहिए।

गुजरात में मौजूदा समय में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं। वहीं एनसीपी का 1 और बीटीपी के 2 विधायक हैं। जबकि कांग्रेस के पास 73 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी हैं। कांग्रेस को अपनी राज्यसभा 2 सीटें जीतने के लिए भी 74 विधायकों का वोट चाहिए। वहीं बीजेपी को अपनी तीनों राज्यसभा सीटों जीतने के लिए 111 विधायक चाहिए।

ऐसे में बीजेपी को एनसीपी और बीटीपी के साथ कांग्रेस के 5 विधायकों का वोट हासिल करना है। इसके चलते कांग्रेस को क्रांस वोटिंग का खतरा नजर आ रहा है।

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