Uniara News/पलाई/ माजिद मोहम्मद। पलाई क्षेत्र में टिड्डियों (Locusts)के तीसरे दौर में फिर आने से कृषि अधिकारियों एवं किसानों में हड़कंप मच गया तथा उच्चाधिकारियों की नींद उड़ गई।शाम के समय कृषि पर्यवेक्षक थैलेंद्र सिंह, सहायक कृषि अधिकारी उनियारा मोरपाल मीणा ने टिड्डियों के जमाव क्षेत्र का निरीक्षण कर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया।जिस पर सुबह कृषि विभाग के ए.डी.दूनी राधेश्याम मीणा ,ए.ए.ओ.उनियारा मोरपाल मीणा, कृषि पर्यवेक्षक थैलेंद्र सिंह, कृषि पर्यवेक्षक रामहेत मीणा , राजू लाल सैनी सेवानिवृत्त कृषि पर्यवेक्षक, भरतराज मीणा कृषक मित्र,जीतराम मीणा, कैलाश मीणा, गीताराम सहित कई किसान मौके पर पहुंचे। शाम के समय में ठण्डा क्षेत्र होने से टिड्डियां गलवां बांध क्षेत्र में जमी रही।
जो बांध क्षेत्र एवं पलाई में चारों तरफ फैल गई। रात भर बांध क्षेत्र में रहने से उच्चाधिकारियों एवं किसानों में चिंता की लकीरें उभर आई। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार टिड्डियों के एक किमी क्षेत्र में फैलने की संभावनाओं को देखते हुए ए.डी.दूनी राधेश्याम मीणा के नेतृत्व मे कल्पतरू की दमकल तथा ट्रैक्टर मशीन की सहायता से गलवा के आस -पास क्षेत्र में छिड़काव करवाया।
लेकिन क्षेत्र में उच्चाधिकारियों की लापरवाही के चलते हुए टिड्डियों पर समय रहते काबू नहीं पाने एवं रात भर रहने से किसानों में भविष्य की फसलों को लेकर चिंता की लकीरें उभर आई। उच्चाधिकारी टिड्डियां कंट्रोल को लेकर आपस में चर्चा करते रहे। लेकिन संपूर्ण क्षेत्र में फैलने के कारण उच्चाधिकारी टिड्डियों पर कंट्रोल नहीं कर सके। यदि समय रहते हुए उच्चाधिकारियों द्वारा टिड्डियों पर कंट्रोल नहीं किया गया तो इसका खामियाजा आम किसानों को आने वाली भविष्य की फसलों में भुगतना पड़ सकता है।

ए.डी.दूनी राधेश्याम मीणा का कहना है कि टिड्डियों के जमाव क्षेत्र में दमकल मशीन एवं ट्रैक्टर मशीन की सहायता से छिड़काव करवाया जा चुका है।कठोर जमीन होने की वजह से प्रजनन होने की संभावनाएं कम बनी हुई है तथा संपूर्ण टिड्डियों पर कुछ कारणवश कंट्रोल नहीं किया जा सकता। हम टिड्डियों पर कंट्रोल करने का प्रयास कर रहे हैं।अपना क्षेत्र छोड़कर टिड्डियां जा रही है।