जयपुर। सरकारी कर्मचारियों की हड़तालों से जूझ रही सरकार और जनता की उम्मीदों को बुधवार को एक और बड़ा झटका लगा। प्रदेश भर में पटवारी और गिरदावर भी अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर चले गए। करीब 13 हजार पटवारियों और गिरदावरों के सामूहिक अवकाश पर जाने से राजस्व विभाग से जुड़े कार्य बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहे हैं। इससे पहले राजस्थान राजस्व सेवा परिषद द्वारा 28 सितम्बर को एक दिन का सामूहिक अवकाश लिया गया था जिसमें पटवारी और गिरदावर के साथ ही तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी शामिल थे।
संगठन द्वारा मांगें नहीं माने जाने पर अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी दी गई थी और इसके बाद बुधवार से पटवारी और गिरदावरों ने सामूहिक अवकाश शुरू कर दिया। आन्दोलन कर रहे पटवारी और गिरदावरों द्वारा सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। राजस्व कर्मचारी लिखित समझौते का पालन नहीं होने और सरकार द्वारा वार्ता का समय नहीं दिए जाने को लेकर आक्रोशित हैं।
कर्मचारियों में आक्रोश : कविया
राजस्थान पटवार संघ के जिला अध्यक्ष नरेन्द्र कविया ने कहा, 24 अप्रैल को हमारा सरकार के साथ समझौता हुआ था। सरकार ने इसके तहत एक महीने में हमारी मांगे पूरी करने की बात कही थी, लेकिन 6-7 महीने बाद भी कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। कर्मचारियों में आक्रोश है और मजबूरन हमें फिर से आंदोलन करना पड़ रहा है।