नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। बारिश से चंडीगढ़-मनाली हाईवे सहित 126 सड़कें बंद कर दी गर्इ् है। यहां सोमवार को 10 जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। कुल्लू में बादल फटने से डोभी विहाल में ब्यास नदी के बीच फंसे 19 लोगों को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया।
इसके अलावा चंबा जिला को जोड़ने वाले 100 वर्ष पुराने शीतला ब्रिज में भी दरारें आ गई हैं। रोहतांग पास में बर्फबारी में फंसे 28 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया। मनाली में नदी के तेज बहाव में प्राइवेट बस के अलावा, ट्रक बह गया। हिमाचल सरकार ने एडवाईजरी जारी की है कि लोग नदी के किनारे न जाएं।
भारी बरसात के बीच ही रोहतांग दर्रे पर चार फीट से अधिक बर्फबारी दर्ज की है। बारालाचा दर्रे सहित कुंजुम दर्रे और रोहतांग दर्रा में दो से ढाई फुट, ब्यासनल में 5 इंच, सोलंग के फतरु व गुलाबा में 3 इंच बर्फबारी हुई है। ज्ञात हो कि हिमाचल में बीते दो दिन से भारी बारिश हो रही है. मौसम विभाग शिमला ने सोमवार को भी भारी बारिश की चेतावनी जारी थी।
लाहौल जिले के कोकसर में डेढ़ फुट बर्फ गिरी है. इसके अलावा, दारजा में ढ़ाई फुट, लोसर में आधा फुट, केलांग में दो फुट, उदयपुर में 5 से 6 इंच बर्फबारी दर्ज की गई है. स्पीति में काजा-रिकांगपियो मार्ग को छोड़कर बाकी सभी मार्ग बाधित हैं।
हिमाचल में 1 जुलाई से 23 सितंबर तक 1231 करोड़ का नुकसान हो चुका है. अकेले लोक निर्माण विभाग को 745 करोड, आईपीएच को 328 करोड, ऊर्जा क्षेत्र को 23 करोड़, पशुपालन विभाग को 5 लाख, शिक्षा विभाग को 5 करोड़ 5 लाख, मत्स्य पालन को 62 लाख और कृषि विभाग को 79 करोड़ का नुकसान हुआ है।