नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में त्यौहार के मौसम में बढ़े कोरोना के मामलों से आम लोगों के साथ पुलिस भी अछूती नहीं रही। नवम्बर माह के महज 24 दिनों के भीतर एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को कोरोना हुआ। इतना ही नहीं इस माह तीन पुलिसकर्मियों की कोरोना से मौत भी हो गई। अब तक कोरोना से छह हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 20 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नवम्बर में त्यौहार के मौसम की वजह से पुलिसकर्मी सड़क पर ज्यादा समय बिता रहे थे। बाजारों में उमड़ी भीड़ को काबू करने से लेकर लोगों के बीच कोविड नियमों का पालन करवाने में वह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। दीवाली पर पटाखों के बैन का पालन करवाने से लेकर छठ की मनाही के दौरान घाट पर ड्यूटी पर तैनात रहे।
इसके साथ ही अपराधियों की धरपकड़ का काम भी इस दौरान ज्यादा किया गया, ताकि त्यौहार के दौरान में लोग वारदात का शिकार न हों। नवम्बर महीने में दिल्ली के अंदर कोरोना की तीसरी लहर का पीक भी देखने को मिला। इस वजह से काफी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आये।
महज 24 दिनों में एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों के कोरोना से संक्रमित होने की वजह से पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए हैं कि वह ड्यूटी एवं घर पर कोविड नियमों का पालन करें। सावधानी बरतते हुए वह अपनी ड्यूटी करें। खासतौर से मास्क लगाने के अलावा वह दो गज की दूरी का पालन करें।
कोरोना ने इन पुलिसकर्मियों की ली जान
दिल्ली पुलिस में अभी तक 20 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाई है। इनमें से 3 लोगों की जान अकेले नवम्बर महीने में गई है। नवम्बर में उत्तरी जिला के डिस्ट्रिक्ट लाइन में तैनात एएसआई राजू, सीमापुरी थाने में तैनात हवलदार मनोज धामा और झड़ौदा स्थित पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में तैनात एएसआई विजेंद्र कोरोना से संक्रमित हुए हैं थे जिनकी उपचार के दौरान मौत हो गई।