नई दिल्ली/ कोरोना वायरस (corona) संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर दिल्ली सरकार (Delhi Government) सारी चिकित्सा व्यवस्थाएं और इंतजाम बेहतर कर रही है वह सारे संसाधन जुटाए जा रहे हैं लेकिन पॉजिटिव रोगियों का इलाज करने वाले और आधुनिक भगवान माने जाने वाले डॉक्टर (doctors) स्वयं कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं दिल्ली में अब तक करीब 800 डॉक्टर कौन हो जो तुम हो चुके हैं ऐसे में संक्रमित आमजन रोगियों का इलाज करना सरकार के लिए एक चुनौती सा बन रहा है
दिल्ली के हॉस्पिटल में डॉक्टर्स के बीच तेजी से कोविड संक्रमण फैल रहा है। दिल्ली के प्रमुख 5 हॉस्पिटल्स के ही करीब 800 से ज्यादा डॉक्टर कोविड पॉजिटिव हो गए हैं। पॉजिटिव डॉक्टर्स के संपर्क में आए डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी आइसोलेशन में हैं।
बड़ी तादाद में पॉजिटिव हो रहे हेल्थकेयर वर्कर्स की वजह से हेल्थ सिस्टम पर बुरा असर पड़ा है। हॉस्पिटल में रूटीन चेकअप, OPD और गैरजरूरी सर्जरी को रोक दिया गया है।
हॉस्पिटल्स में सबसे बुरा हाल है एम्स दिल्ली का। सूत्रों के अनुसार एम्स में काम करने वाले करीब 350 रेसिडेंट डॉक्टर कोविड पॉजिटिव हो गए हैं। ये संख्या सिर्फ कोविड पॉजिटिव रेसिडेंट डॉक्टर की ही है, अगर फैकल्टी, पैरामेडिकल स्टाफ को जोड़ लें तो ये आंकड़ा बहुत बड़ा हो जाएगा ।
एम्स दिल्ली के बाहर एंबुलेंस की कतार लगी हुई है। एम्स में OPD और नॉन इमरजेंसी सर्जरी को रोक दिया गया है।
डॉक्टर बताते हैं कि ‘इतनी बड़ी तादाद में हॉस्पिटल और पेरामेडिकल स्टाफ का कोविड संक्रमित होने का असर ये हुआ है कि दिल्ली एम्स में आउटडोर रोगी सर्विसेज, और सर्जरी को बंद कर दिया गया है।’ पिछले दो दिन में ही एम्स दिल्ली के करीब 150 रेसिडेंट डॉक्टर पॉजिटिव पाए गए हैं।
यही हालात दिल्ली के दूसरे बड़े अस्पतालों के भी हैं। सफदरजंग हॉस्पिटल के सूत्रों के अनुसार करीब 80-100 डॉक्टर पॉजिटिव हैं। राममनोहर लोहिया हॉस्पिटल के भी 100 से ज्यादा डॉक्टर कोविड पॉजिटिव हैं। वहीं लोक नायक हॉस्पिटल के 50-70 और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के 150 रेजिडेंट डॉक्टर कोविड पॉजिटिव हैं।