भरतपुर (राजेन्द्र जती)। नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में निगम महापौर शिवसिंह भौंट पर खुले रूप से भ्रष्ट्राचार के आरोप लगे जिसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया। महापौर की अध्यक्षता में आयेाजित बैठक में आयुक्त राजेश गोयल भी मौजूद थे , बैठक में बीट सफाई व्यवस्था का मुददा मुख्य रूप से छाया रहा। वहीं कई पार्षद और नेता प्रतिपक्ष सहित डिप्टी मेयर ने निेगम में होने वाले भ्रष्टाचार के लिए महापौर को जिम्मेदार ठहराते हुए निगम में होने वाले कार्यों की एसीडी से जांच कराने की मांग ती रख दी।
बैठक में बीट व्यवस्था पर डिप्टी मेयर इन्द्रपालसिंह पाले ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की भर्ती होने के बावजूद भी कई वार्डों में सफाई कर्मचारी मौजूद नहीं हैं और वे स्वयं जिस वार्ड के पार्षद हैं उसकी सफाई व्यवस्था भी कर्मचारियों के अभाव में चरमराई हुई है। नेता प्रतिपक्ष इन्द्रजीत भारद्वाज ने एक एएसआई और चार कांस्टेबल के लगाने के मुददे पर कहा कि महापौर पार्षदों एवं जनता को यह बताये कि इनका भुगतान किस मद में किया जायेगा क्या इसके लिए कोई स्वीकृति ली हुई है।
उन्होंने महापौर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि महापौर के द्वारा बुलाई गई बोर्ड की मीटिंग में कई पार्षदों को तो एजेन्डे की जानकारी ही नहीं होती , न ही उनको एजेन्डा की कॉपी दी जाती ह ैजो निगम का सबसे बडा सबूत है। भाजपा की पार्षद जीतेंद्र कौर ने सफाई के नाम पर हो रहे घोटाले का खुलासा करते हुए कहा कि पार्टी के पार्षदों के ही बार्डों में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं तो ऐसे में भाजपा पार्टी चुनाव कैसे जीतेगी।
पार्षद दाऊदयाल शर्मा ने नगर निगम पर शौचालय निर्माण में घोटाले करने के आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालयों का निर्माण कराने की बात कही जा रही है और निगम प्रशासन की ओर से प्रधानमंत्री की स्वच्छ भारत योजना के तहत बनवाये गये शौचालय के लिए अधिकांश लोगों को दूसरी किश्त का भुगतान नहीं किया गया है और हजारों परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए एक ही किस्त देकर इतिश्री कर ली है।
बैठक में आवारा गोवंश के अलावा पशुपालकों द्वारा गली मोहल्लों में सड़क किनारे अपने पशुओं को बांध देने से हो रही गंदगी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की साथ ही बरसात की वजह से जलमग्न हो रही कॉलोनियों से पानी निकालने की मांग रखी। बैठक में प्रतिपक्ष नेता इंद्रजीत भारद्वाज, पार्षद रेनू गोरावर, सौरभ धाऊ, मोतीसिंह, राकेश सहित अन्य पार्षदों ने बहस में हिस्सा लिया।