दिल्ली। अभिनेत्री लीज़ा रे अभी हाल ही में सरॉगसी की मदद से जुड़वा बेटियों की मां बनी हैं। लीज़ा ने बताया’मुझे इस बात की बेहद खुशी है जिसे मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकती। बेटियों का ध्यान रखने के अलावा मुझे और भी कई चीज़ों को एक साथ मैनेज करना पड़ रहा है जैसे खुद का ध्यान रखना.
अपने काम को वक्त देना और दोस्तों के साथ-साथ पति और परिवार के साथ भी समय बिताना शामिल है। मेरी ज़िंदगी में ढेर सारे उतार-चढ़ाव आए हैं लेकिन इस वक्त मैं ज़िंदगी में आए इस बदलाव और प्यार का भरपूर मज़ा ले रही हूं। मैं अपनी बेटियों को अपने घर मुंबई जल्द से जल्द लाना चाहती हूं।
लीज़ा जबकम उम्र की थीं उस वक्त मां बनने के बारे में उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था। लेकिन जेसन डेहनी से शादी के बाद मन में मां बनने की इच्छा जागृत होने लगी। लीज़ा और जेसन ने अपनी बेटियों के नाम ‘सूफी’ और ‘सोलेल’ रखा है।
2009 में ब्लड कैंसर से डायग्नॉज़ किया गया था उस वक्त ही उन्हें यह अहसास हो गया था कि लम्बे वक्त तक चलने वाली इस बीमारी की दवाइयों के चलते वह खुद कभी मां नहीं बन पाएंगी। बाद में पति ने यह निर्णय लिया कि सोरोगेसी का सहारा लेंगे। इस प्रक्रिया के लिए भारत ही हमारी पहली पसंद थी और हमने एक नामी डॉक्टर से इस बारे में सलाह भी ली।
लीज़ा ने सरॉगसी के लिए मेक्सिको को चुना लेकिन वहां भी उन्हें निराशा हाथ लगी। लीज़ा के दोस्तों ने उन्हें जॉर्जिया जाने की सलाह दी। जॉर्जिया में सरॉगसी के लिए बाकायदे कानून हैं और वहां इस प्रक्रिया में धांधली नहीं होती।
अपने पति जेसन के बारे में बात करते हुए लीज़ा ने बताया, ‘मैं और मेरे पति 40 की उम्र के बाद माता-पिता बने हैं जो अपने आप में अपरंपरागत है लेकिन हमारे लिए यह बिल्कुल सही समय है। मैं जेसन को पिता का किरदार निभाते हुए देखना चाहती हूं जिसमें वह बेटियों को पकड़ें, उनके डायपर्स बदलें।
लीज़ा कहती हैं कि वह अपनी मां बनने की इस यात्रा को दुनिया के साथ इसलिए शेयर करना चाहती हैं क्योंकि वह सरॉगसी को लेकर मौजूद मिथकों को मिटाना चाहती हैं।