नारद जयन्ती और पत्रकार सम्मान समारोह संपन्न
जयपुर
वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने कहा कि वामपंथ ने भारतीय आत्मबोध को नुकसान पहुंचाया है, किंतु वामपंथ अब भारत में चुनौती नहीं रहा है। अब अंग्रेजी तथा अंग्रेजियत भारतीयता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। भारतीय भाषाओं के घटते प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी भाषा बदलने के साथ-साथ चेतना भी बदल रही है। देव रविवार को विश्व संवाद केन्द्र की ओर से आयोजित नारद जयंती और पत्रकार सम्मान समारोह कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत आर्थिक प्रगति करेगा किंतु भारतीयता के समक्ष अनेक चुनौतियां भी हैं। भारतीय भाषाओं के बिना भारत जीवित नहीं रह सकता। भारतीयता को जीवित रखने के लिये पत्रकारों को वर्तमान हालातों में और जूझना होगा। उन्होंने कहा कि समाज को अप्रिय सत्य को स्वीकार करने का भाव रखते हुए ईमानदार पत्रकारों की भी चिंता रखनी चाहिए। पत्रकार के कार्य की तुलना अन्य किसी भी कार्य से नहीं हो सकती। पत्रकार के कर्म से छवि निर्मित होती है इसलिए पत्रकार का कार्य विशिष्ट है।
राहुल देव ने कहा कि नारद पत्रकारों के लिए श्रेष्ठ आदर्श हैं। वर्तमान दौर में पत्रकारों पर लगने वाले आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी क्षेत्र मानवीय दुर्बलताओं से परे नहीं है। हमें अतीत के मोह से बचकर भारत के सुनहरे भविष्य के लिए प्रयत्न करने चाहिए।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने कहा कि देश में भारत तथा भारतीयता को लेकर बड़े स्तर पर चिंतन भी चल रहा है तथा अनेक संगठन इस दिशा में काम भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में स्व का भाव जगाने का भी कार्य चल रहा है।
पर्यावरण, ग्राम विकास, समरसता जैसे अनेक प्रमुख विषयों पर संघ कार्य कर रहा है। इस मौके पर पशुपति कुमार शर्मा ने कहा कि इस समय देश तथा पत्रकारिता दोनों के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं। समाज में अपराध बढ़ रहे हैं तथा युवाओं में हीन भावना आ रही है। कार्यक्रम की प्रस्तावना वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप शेखावत ने रखी तथा आयोजन समिति के सचिव मुरारी गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्र के पत्रकारों का सम्मान भी किया गया।