जहाजपुर(आज़ाद नेब) क्षेत्र के कई व्यापारी आम जरूरत की वस्तुएं खरीदने पर उपभोक्ताओं को कच्ची पर्ची देकर खुलेआम सेल टैक्स चोरी कर रहे हैं। सरकार को लाखों रुपये की चपत लगा रहे हैं। लेकिन प्रशासन के नुमाइंदे जानकर भी अंजान बने हैं। अभी तक टैक्स की चोरी करने वालों व्यापारियों पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई।
आपको बताते चले की व्यापारी जिस भी वस्तु की खरीद करता है। उसका रिकॉर्ड उसे अपने रजिस्टर में रखना होता है, क्योंकि व्यापारी को उस खरीद के अनुसार ही सेल टैक्स जमा करना होता है। मगर व्यापारी सेल टैक्स देने से बचने के लिए कई बार वस्तुओं की खरीद तो कर लेता है, लेकिन उसका रिकॉर्ड रजिस्टर में नहीं रखता है। फिर ऐसी ही वस्तुओं को वह कई बार वह उपभोक्ताओं को बेच देता है तथा उपभोक्ता के खरीद को अपने रजिस्टर में नहीं दिखाता है। जिससे सीधा सीधा उपभोक्ताओं से वस्तु की पूरी किमत वसूलता हैं पर टैक्स नहीं देने से सरकार के राजस्व हानि पहुंचा है।
अगर प्रशासनिक अधिकारी/ सेल टैक्स अधिकारी व्यापारियों की टैक्स चोरी पकड़ना चाहें तो व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर लगें cctv कमरों मदद से चोरी पकड़ी जा सकती हैं। ओर इससे सैल टैक्स चोरी के कई मामलें उजागर हो सकतें हैं। कई सफेद फोस व्यापारीयों की करतूतें सामने आ सकती हैं।
यह होता है बिक्री कर / सेल्स टैक्स
किसी वस्तु पर भरे जाने वाले कर को बिक्री कर / सेल्स टैक्स कहते हैं। यह एक प्रकार का अप्रत्यक्ष कर / Indirect Tax है। आम भाषा में आपको बता दें की वस्तु और सेवा पाने के लिए जो अतिरिक्त पैसे खर्चने पड़ते है, उसे बिक्री कर/सेल्स टैक्स (Sales Tax) कहते है।