जहाजपुर:कृषि विधयको पर रोक, हाथरस पीड़ित परिवार को मिले न्याय:कांग्रेस

जहाजपुर(आज़ाद नेब)- हाल ही में पारित कृषि विधयको के क्रियान्वयन पर रोक लगाने एवं उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित परिवार की लड़की के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने मांग करते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार मुकंद सिंह शेखावत को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में बताया गया कि भाजपा सरकार द्वारा 3 किसान विरोधी अधिनियम उसे हरित क्रांति को विफल करने की साजिश की जा रही है जिनमे (1) किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य संवर्धन और सुविधा अधिनियम 2020 ( 2 ) किसान ( महामितकरण और सरक्षण मूल्य आवामन कृषि सेवा अधिनियम 2020 और ( 3 ) या तरतु । मोधन ) अधिनियम 2020 है | उसका अधिनियमो से देश के किसानों और कृषि को नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार ने लागू किया है। किसान और खेतिहर मजदूरी दवारा गृहय स्तर पर इन कठोर काले कानून का विरोध किया जा रहा है मगर केंद्र की भाजपा सरकार किसानों को प्रताड़ित करते हुए उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।

इन विधेयक के नियान्वयन को रोका जाए। उत्तर प्रदेश के हाथरस में हाल ही में एक दलित परिवार की युवती के साथ बालात्कार कर बुरी से मारपीट कर उसकी हाडियां तोड़ दी गई जिसमें अस्पताल में इलाज के दौरान उस बच्ची की मृत्यु गई उसकी मृत्यु होने के पश्चात प्रशासन द्वारा उस बच्ची के शव को परिवार जनो को ना सौंप कर रात को 2:30 बजे जबरदस्ती अमानवीय तरीक उस बच्ची के शव का दाह सरकार का सबूतों को नष्ट कर दिया गया ।

प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा करायी जाए और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए एवं शासन और प्रशासन में ओ दोषी अफसर अधिकारी है उन पर भी मुकदमा दर्ज कर उचित कार्यवाही की जाए।

ज्ञापन देने वालों में निवर्तमान पार्षद कमल बांगड़, महेश मीणा, सरपंच बाबूलाल मीणा, दीपक पंचोली सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।