मालपुरा (पहलाद शर्मा )। जयपुर रियासत रहे राजा मालदेव की नगरी तो डिग्गी कल्याण जी की नगरी व जींकुशल सूरी दादा गुरुदेव की पावन दर्शन स्थली मालपुरा शहर के माणक चौक बाजार में युवा समिति के तत्वाधान में रंग पंचमी के पावन पर्व पर ,,एक शाम शहीदों के नाम ,,,विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ ।
कवि सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त देश के जाने-माने कवि योगेंद्र शर्मा भीलवाड़ा ने अपने वीर रस की कविता का काव्य पाठ करते हुए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा ।कवि ने कविता के माध्यम से पाकिस्तान को खुली चुनौती देते हुए कहा कि हिंदुस्तानियों के सिर कट तो सकते हैं लेकिन कभी बुज दिलों के आगे झुक नहीं सकते,, साथ ही वीर रस की कविता में कहा कि खास अफजल गुरु का शीश सरेआम लाल किले पर काट दिया जाता तो आज कायर पाकिस्तान आतंकवादी घटनाओं में पुलवामा जैसी कायराना हरकत दोबारा नहीं करता,,, वीर रस के कवि मालपुरा के लाल कौशल कौशलेंद्र ने कविता पाठ के माध्यम से पाकिस्तान के साथ साथ वोटों के खातिर नेताओं के बिगड़ रहे बोल तो बिगड़ रही भारत की राजनीति पर व्यंग्य कसा ।
कौशल कौशलेंद्र की कविताओं ने माणक चौक बाजार में हुए कवि सम्मेलन को यादगार बनाते हुए मध्य रात्रि तक वंदे मातरम के जमकर जय घोष लगावाएं तो युवा कवि दिव्य शर्मा ने महाराणा प्रताप की वीर गाथा ओं पर काव्य पाठ कर श्रोताओं की जमकर दाद पाई । कवित्री मंजू गर्ग ने नारी पर श्रृंगार रस की कविता का काव्य पाठ किया। महेंद्र मधुर ने संचालन करते हुए एक से बढ़कर एक काव्य पाठ कर तालियां बटोरी ।कवि विजय विद्रोही, कवि नरेंद्र अटल, सुबोध सुलभ सरी के कवियों ने देर रात तक देशभक्ति से ओतप्रोत काव्य पाठ करते हुए कवि सम्मेलन को ऊंचाइयों तक ले गए,,,,,