कुंडली में ये ग्रह बनाते हैं राजयोग, दिलाते है सत्ता का सुख

liyaquat Ali
1 Min Read

 

 

राजपक्ष, राजसत्ता या राजनीति से जोडने में सूर्य, चन्द्र, मंगल, राहु और शनि मुख्य माने गए हैं लेकिन कुछ मामलों में बृहस्पति की भूमिका भी सामने आती है। क्योंकि वह गुरू है, सही मंत्रणा देता है और मंत्री बनाने में योगदान देता है।

लेकिन आधुनिक राजनीति के लिए राहु को सभी ग्रहों की तुलना में अधिक वरीयता देनी चाहिए। आधुनिक सफल राजनेताओं की कुण्डली में राजनीति के भावों यानी कि छठे, सांतवें, दसवें व ग्यारहवें भाव से राहू का सम्बंध देखने को मिल जाता है।

सूर्य को राजा तो चन्द्रमा को राजमाता की उपाधि दी गई है अत: यदि दशम भाव में सूर्य उच्च का हो साथ ही राहू का सम्बंध छठे, सांतवें, दसवें व ग्यारहवें भाव से हो तो राजनीति में सफलता मिलती है। वहीं राजमाता चंद्रमा कि लग्न या राशि में जन्में लोगों का सम्बंध राजनीति से सरलता से जुड जाता है।

Share This Article
Follow:
Sub Editor @dainikreporters.com, Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter.
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *