जहाजपुर (आज़ाद नेब) मोरला फीडर से आए दिन हो रही ट्रिपिंग के चलते विधुत सप्लाई बंद होने से जहाजपुर नगरवासियों को बिजली समस्या से राहत दिलाने के लिए सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर 132 जीएसएस जालमपुरा से नया फीडर निकाला गया था।
करोड़ों रुपए की लागत से करवाया गए इस कार्य को तकरीबन एक साल होने को है पर लाइन को अभी तक चालू नहीं किया गया। विद्युत लाइन में किया गया कार्य घटिया तरीके से ठेकेदार द्वारा किया गया है। कहीं पर टावर लगाकर विद्युत लाइन खींची गई और कहीं पर अंदर ग्राउंड लाइन बिछाकर यह कार्य किया गया है। निगम अधिकारियों की ठेकेदार से सांठगांठ के चलते कागज़ों में डेड लाइन को चालू बता कर ठेकेदार को फायदा पहुंचाया गया हैं। जबकि धरातल पर हकीकत कुछ ओर है। सरकार को निगम अधिकारियों ने ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए अधुरे कार्य को पूरा बताकर लाखों रुपए का फायदा पहुंचाया गया है।
सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। निगम अधिकारियों की लापरवाही के चलते 33 केवी लाइन वर्तमान समय में बंद पड़ी है। इससे जनता को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान समय में विद्युत की सप्लाई मोरला जीएसएस से चालू है।