जयपुर (अशफाक कायमखानी) । भारत मे अधिकांश व्यापार पर एक तरह से स्वर्ण वर्ग का दबदबा होने के कारण आज 6-सितंबर को भारत बंद की घोषणा के तहत राजस्थान प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्र बंद नजर आ रहे है।वही दलित संगठन लोकतंत्र मे अपनी बात रखने का सबको अधिकार बताते हुये छ सितंबर के भारत बंद पर किसी तरह की खास प्रतिक्रिया नही दे रहे है। जबकि दलित संगठनों द्वारा कानून के समर्थन मे पहले भारत बंद किये जाने पर अनेक जगह हिंसा व तनाव भी हुआ था ।
राजस्थान मे एक एक करके स्वर्ण संगठन उक्त संसोधन कानून के खिलाफ धिरे धिरे खुलकर विरोध मे आने लगे है। दूसरी तरफ अंदर ही अंदर दलित संगठन भी कानून के समर्थन मे रणनीति बनाने मे लगे हुये है। इसी मध्य खबर आ रही है कि भाजपा नेता व करणी सैना अध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह कालवी आगामी 23-सितम्बर को उक्त कानून के खिलाफ राजस्थान मे विशाल रैली करने का का आव्हान कर रखा है।
कुल मिलाकर यह है कि एससीएसटी संसोधन कानून का आगे चलकर क्या होगा? यह तो भविष्य बतायेगा। लेकिन तीन महीने मे होने वाले राजस्थान के आम विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इसको लेकर सियासत काफी गरमा चुकी है। वही वर्गो मे तनाव के हालात भी बन चुका हे।