
जयपुर। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ऑनलाइन शॉपिंग और खरीदारी का चरण अचानक बढ़ गया है। डेबिट कार्ड के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड का भी जमकर इस्तेमाल हो रहा है, आजकल कई बैंक भी फ्री में क्रेडिट कार्ड बनाने की सुविधा दे रहे हैं जिससे का लोग कार्ड बनवा लेते हैं लेकिन बिना जानकारी के ही क्रेडिट कार्ड बनवाने के बाद उपभोक्ताओं को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो इस खबर को जरूर पढ़िए। दरअसल बैंक क्रेडिट कार्ड के नाम पर मनमानी चार्ज वसूलते हैं।
अगर आपको बैंक के भारी-भरकम शुल्क से बचना है तो आप क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करें। अगर आप मिनिमम अमाउंट पे करते हैं तो बाकी अमाउंट पर बैंक आप से भारी चार्जर्स वसू ती है। मिनिमम पे करने पर आप लेट फीस से तो बच जाते लेकिन बाकी अमाउंट पर आप से ब्याज वसूला जाता है।
इस शुल्क से बचने के लिए क्रेडिट कार्ड का पूरा पेमेंट करें। बैंक क्रेडिट कार्ड धारक को हर महीने बिल भेजती है, बिल भरने के लिए बैंक उपभोक्ता को 15 दिन का समय दे देती है लेकिन आखिरी तारीख बीतने के बाद अगर पेमेंट करते हैं तो बैंक आप से लेट शुल्क वसूलता है।
लगभग सभी बैंकों में 500 से ज्यादा फीस वसूला जाता है। क्रेडिट कार्ड की लिमिट से ज्यादा खर्च करने पर भी बैंक आपसे चार्जेस वसूलता है। अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग शुल्क होते हैं, क्रेडिट कार्ड को इस्तेमाल करने से पहले उपभोक्ता को चाहिए कि वह इन बातों का ध्यान रखें कि आपके कार्ड में लिमिट बची है या नहीं।
इसका जवाब बैंक की एप्लीकेशन में भी लिमिट पर सेट कर सकते हैं। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो क्रेडिट कार्ड पर बैंकों की ओर से लगने वाले भारी-भरकम जुर्माने से बच जाएंगे।