नम आंखों से सीएम राजे ने दी श्रद्धांजलि
जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों का विसर्जन गुरूवार को कोटा में चंबल नदी और पुष्कर सरोवर में किया गया। इससे पूर्व भाजपा कार्यालय से वाजपेयी के तीनों अस्थि कलशों बेणेश्वर धाम, कोटा और पुष्कर के लिए रवाना किया गया। इसमें कोटा और पुष्कर में विभिन्न स्थानों पर पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि के बाद अस्थि कलश गंतव्य पर पहुंचे इनका विसर्जन किया गया।
पुष्कर में मुयमंत्री वसुंधरा राजे ने नम आंखो से गऊ घाट पर वहीं कोटा के भीतरिया कुंड पर प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी और सांसद ओम बिडला ने अस्थियों का विसर्जन किया। तीसरा अस्थि कलश गुरूवार शाम को भीलवाडा पहुंचा जहां से शुक्रवार सुबह गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा।
पुष्कर से अजय सिंह सिसोदिया के अनुसार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी और धरोहर प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत वाजपेयी के अस्थि कलश को लेकर गऊ घाट पहुंचे।
यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी अमर रहे के नारे लगाए। लोगों ने अस्थि कलश पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्रद्धांजलि के बाद अस्थि कलश को सरोवर के तट पर ले जाया गया। यहां पर मुयमंत्री वसुंधरा राजे ने वीआईपी पंडित नरेश रायता के सान्निध्य में वेद मंत्रों के बीच अस्थि कलश की पूजा अर्चना की।
एसडीआरएफ के जवानों ने अस्थि कलश को सरोवर के मध्य में विसर्जित किया। इससे पहले सावित्री की तलहटी पर स्थित अस्थाई हैलीपेड पर भाजपा नेताओं ने मुयमंत्री राजे की अगुवानी की। गऊ घाट पर एसडीआरएफ के गौताखोर तैनात रहे।
इससे पूर्व सुबह भाजपा कार्यालय से कोटा के लिए सांसद बिडला और प्रदेशाध्यक्ष सैनी के साथ प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, अजमेर के लिए मंत्री चतुर्वेदी, लखावत व प्रदेश महामंत्री वीरमदेव सिंह और बेणेश्वर धाम के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया, शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी अस्थि कलश लेकर रवाना हुए थे। भाजपा कार्यालय से निकलने के साथ ही इनकी पुष्पांजलि का दौर शुरू हो गया।