कर्मचारी सडक पर, सरकार यात्रा में व्यस्त

 

चुनावी साल में महंगी ना पड जाए यह अनदेखी

जयपुर।अपनी मांगों को लेकर राजस्थान सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे कर्मचारियों और सरकार के बीच गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा। सरकार के रवैये से सख्त नाराज मंत्रालयिक कर्मचारी अब आर पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। हजारों कर्मचारी आज से एक साथ आमरण अनशन शुरू कर रहे हैं वहीं पशु चिकित्सा कर्मचारी भी आज से सामूहिक अवकाश पर चले गए। इससे प्रदेश के 6000 पशु चिकित्सा संस्थाओं पर ताले लग जाएंगे। अपनी मांगों को लेकर राजधानी जयपुर में महापड़ाव डाले बैठे मंत्रालयिक कर्मचारियों के सब्र का बांध अब टूटता जा रहा है।

सरकार की बेरुखी से नाराज कर्मचारियों ने आज से आंदोलन को तेज करने की घोषणा कर दी है। हजारों कर्मचारी आज एक साथ आमरण अनशन शुरू करेंगे। महापड़ाव स्थल पर संख्या में भी बढ़ोतरी की जा रही है। कई जिलों से कर्मचारी जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं। अब महापड़ाव में मंत्रालयिक कर्मचारियों के परिवारजन भी शामिल होंगे।

इनके समर्थन में अजमेर विद्युत वितरण निगम के कर्मचारी भी उतर चुके हैं। वहीं पशु चिकित्सा कर्मचारी भी सोमवार से सामूहिक अवकाश पर चले गए। इससे प्रदेश के 6000 पशु चिकित्सा संस्थाओं पर ताले लगने से पशुओं का उपचार बाधित होगा। पशु टीकाकरण और पशु गणना भी प्रभावित होगी। दूसरी तरफ अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने किया ऐलान किया है कि चार व पांच अक्टूबर को प्रदेश के सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। तीन अक्टूबर को सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा। सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए महासंघ के प्रदेश महामंत्री तेजसिंह राठौड़ ने कहा कि सरकार से हुए लिखित समझौतों की पालना नहीं हो रही है। कर्मचारियों में सरकार के प्रति विश्वास में कमी आई है।