देवली/दूनी (हरि शंकर माली) । गर्मी ने अभी तक अपने तेवर दिखाना भी शुरू नही किया उस से पहले ही गाँवो में पानी को लेकर हाहाकार मच चुका है । चारो और पानी को लेकर अफरा तफरी मची हुई है । आंवा गाँव के ग्रामीणों को मीठा पानी तो मिलना दूर फ्लोराइड युक्त बोरिंग व हैंडपंपों का पानी भी नसीब नही हो रहा । ग्रामीण जगदीश माहुर ने बताया कि गाँव मे पानी आये आज 20 दिन हो गए है । आस पास मौजूद हैंडपम्प भी अब जवाब देने लगे है सुबह से ही पानी के इंतजार में हम घण्टो लाइन में लगे रहते है उसके बावजूद भी कब हैंडपंपों में पानी खत्म हो जाये पता नही । प्रेम शंकर माहुर ने बताया कि दूर दराज से पानी लाने के कारण कई महिलाएं तो गर्मी के कारण चक्कर खाकर वही गिर जाती है ।
आसपास पीने के पानी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नही है । जिसके कारण बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।
आंदोलन की चेतावनी
https://www.youtube.com/watch?v=T4_nMN7HaWk&feature=youtu.be
यशवंती देवी, कान्हा देवी, नारायणी बाई, इंद्रा बाईआदि महिलाओं ने बताया कि नलों में पानी नही आने के कारण बहुत दूर से पीने का पानी लाया जा रहा है। क्योंकि गांव के अंदर किसी भी हैंडपंपों व बोरिंगो में पीने का पानी नही है। दूर से पानी लाने के कारण कई बुजुर्ग महिलाएं चक्कर खाकर अचेत हो जाती है । रुक्मणि देवी ने बताया कि बुढ़ापे के कारण उसके हाथ पैर काम नही करते लेकिन पीने के पानी की भी जरूरत होती है । जब पानी लेने गयी तो वही अचेत हो गयी ग्रामीणों की मदद से मुझे बड़ी मुश्किल से घर पहुँचाया गया । इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी जलदाय विभाग के कर्मचारी इस समस्या के निराकरण के लिए कोई ठोस कदम नही उठा रहे है ।
ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारियों को कई बार सूचित किया जा चुका है लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम निकल कर सामने नही आ रहे ।
अगर जल्द से जल्द पीने के पानी की व्यवस्था नही की गई और तो हम सारी महिलाएं आंदोलन करेगी । महिलाओं ने बताया कि सर्दी में भी चार दिन में एक बार नल आता है लेकिन अब तो 20 दिन हो गए । 20 दिन से पीने के पानी के लिए हमे दर दर भटकना पड़ रहा है। पीने का पानी गाँव के बाहर के कुँओं से लाना पड़ रहा है इसलिए बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।
ग्रामीणों ने आंवा सरपंच राधेश्याम चंदेल से पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए टैंकर के रूप में वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है । सरपंच राधेश्याम चंदेल ने बताया कि जल्द ही टेंकरो के माध्यम से टंकियों में पानी डलवाकर पानी की समस्या से निजात दिलाया जाएगा।