बाड़मेर
बाड़मेर जिले के बालोता उपखण्ड के जसोल कस्बे में रविवार को एक दर्दनाक हादसे में राम कथा सुन रहे श्रद्धालुओं पर तेजी आंधी-बारिश के कारण पंडाल गिरने व बाद में बिजली के तार टूटने से उसमें फैले करंट के कारण करीब 15 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई तथा करीब 60 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए। मृतकों में कई महिलाएं भी शामिल हैं। इस घटना के बाद घटना स्थल पर कोहराम मच गया तथा चीख पुकार मच गई। इस घटना के बाद दबे हुए लोगों को बाहर निकालने के कारण राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है।
जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा सहित पूरा पुलिस प्रशासन अमला मौके पर पहुंच गया है। मुरलीजी महाराज राम कथा पर प्रवचन कर रहे थे। ये कथा 22 जून से शुरू हुई थी,जो 30 जून तक चलनी थी।
जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जिले के जसोल कस्बे में माता भटियाणी राय के पास एक स्कूल में राम कथा का आयोजन चल रहा था।
रविवार को भी इस आयोजन के कारण जब श्रद्धालु राम कथा सुन रहे थे, तब अचानक आए जबरदस्त आंधी व बरसात के कारण कथा स्थल का पंडाल गिर गया। इस कारण उसके ऊपर चल रहे बिजली के तार टूट कर नीचे गिर गए और उसमें करंट फैल गया।
फिलहाल जे.सी.बी के जरिए गिरे हुए पंडाल को उठाकर दबे हुए लोगों को बाहर निकाला जा रहा है व घायलों को बालोतरा के नाहटा चिकित्सालय व बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भिजवाया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन लाल भार्गव ने बताया कि जसोल कस्बे में प्रसिद्व मंदिर राणी भटियाणी राय मंदिर के ट्रस्ट द्वारा मंदिर के पास में ही एक स्कूल में रामकथा का आयोजन करवाया जा रहा था।
इसमें प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामकथा सुनने आते थे। रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु राम कथा सुन रहे थे। इसी दौरान आए तेज आंधी व बारिश से पंडाल ध्वस्त हो गया और उसमें कई श्रद्धालु दब गए। सबसे दु:खद बात तो उस समय हो गई जब पंडाल ध्वस्त होने पर ऊपर से बिजली का तार टूट कर नीचे गिर गए और घटना स्थल पर करंट फैल गया।
सबसे अधिक मृत्यु करंट फैलने के कारण होने की बात सामने आई है। 15 लोगों के मरने की जानकारी मिल रही है तथा 70 से 80 लोगों के घायल होने की जानकारी है। मृतकों में दो महिलाएं व एक 15 साल का बच्चा भी शामिल है। घायलों व मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। राहत व बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है।
गहलोत ने हादसे को बताया अत्यंत दु:खद, जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि जसोल में रामकथा के दौरान टेंट गिरनेसे हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने व शोकाकुल परिजनों को सम्बल देने की प्रार्थना की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
हादसे की जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को हादसे की जांच करने, घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने तथा प्रभावितों व उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।