बजरी खनन पर रोक फिर भी हो रहा सरकारी भवनों का निर्माण

 

निवाई  (विनोद सांखला)। न्यायालय द्वारा बजरी खनन पर रोक लगाए नो माह से अधिक बीत चुका है। बजरी खनन पर रोक के कारण जहां जिले भर में निजी निर्माण पर तो ब्रेक लग गया लेकिन अवैध रूप से बजरी का परिवहन कर सरकारी इमारतों , भवनों का निर्माण किया जा रहा है।

पत्रकार विनोद सांखला की पड़ताल में सामने आया कि कई स्थानों पर ठेकेदारों ने सरकारी इमारतों का निर्माण रोक दिया तो वहीं कई स्थानों पर ठेकेदार निर्धारित समय पर इमारत के निर्माण की बाध्यता के चलते अवैध बजरी खनन माफियाओं से दोगुने तिगुने दाम पर बजरी खरीद कर निर्माण कर रहे हैं। उपतहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत होगोनिया बुर्जुग में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बन रहे दो हॉल का कार्य रमसा के तहत किया जा रहा है । देकेदार द्वारा घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है । पूर्व में भी विद्यालय की एसडीएमसी सदस्यों की मीटिंग के दौरान
प्रधानाचार्य कविता दाधीच ने विद्यालय के स्टाप, विधालय के सदस्यों व ग्रामीणों ने विद्यालय में गलत तरीके से हो रहे कमरे के निर्माण कार्य को देखा तो उसी वक़्त ग्रामीणों , व विधालय के सदस्यों ने सरपंच छोटूराम मीना को विधालय बुलाकर निर्माण कार्य का निरक्षण करवाया था।

सरपंच को घटिया निर्माण कार्य पाए जाने पर निर्माण को रुकवाकर अभिषेक एंटरप्राइजेज फर्म के ठेकेदार को निर्मित कार्य की जांच करवाने के बाद कार्य करने को कहा सरपंच मीना ने घटिया कार्य की शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की बात कहकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया था ।पर आला अधिकारियों द्वारा अभी तक निर्माण कार्य की जांच नहीं कि गई ।

प्रशासन की उदासीनता के चलते इन बजरी खनन माफियाओं का अवैध कारोबार फल फूल रहा है। यहां तक कि इन खनन माफियाओं से मिली भगत से गांवो में अवैध स्टॉकिस्ट भी जमकर चांदी कूट रहे हैं। गौरतलब है कि निवाई तहसील में एक भी स्टॉकिस्ट के पास बजरी स्टॉक करने का लाइसेंस नहीं है।

अवैधखनन और स्टॉक का फैलता कारोबार

सुप्रीमकोर्ट ने कहा था कि पर्यावरण विभाग की मंजूरी लिये बिना बजरी का खनन नहीं किया जा सकता है। इधर निवाई उपखंड क्षेत्र में बनने वाली सरकारी भवनों, सड़क निर्माण इत्यादि का कार्य जोरों पर है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर रोक के बावजूद भी यह बजरी कहां से आ रही है। अगर निर्माण कार्य में बजरी का उपयोग हो रहा है तो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की सरेआम अवहेलना होती नजर आ रही है।