Todaraisingh News । पंवालिया ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र में तीन गांवों में मध्य स्थित चरागाह भूमि पर कुछ प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर फॉर्म पौण्ड व खंभे लगाकर तारबंदी करने तथा खेती कर पैदावार लेने के विरोध में पंचायत पंवालिया के लोगों ने उपखण्ड अधिकारी श्याम सुंदर चेतीवाल को ज्ञापन सौंपकर अतिक्रमियों को बेदखल कर चरागाह भूमि को उनसे मुक्त करने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि पंवालिया पंचायत क्षेत्र में ढाणी भीमगढ़, मोर, बनका खेडा की सीमाओं के मध्य करीब एक हजार बीघा सरकारी चरागाह भूिम है।
जो मवेशियों के चराने के िलए आरक्षित रखा गया है। यहां प्रतिवर्ष वक्षारोपण अभियान के तहत पौधंे लगाए जाते है, ओर नर्सरी के उपयोग में ली जा रही है। अतिक्रमण से गांव पंवालिया व आस पास के गांवों के मवेशी चारा के लिए इधर उधर भटकते रहते है। अतिक्रमियों ने अवैध रूप से तारबंदी कर फॉर्म पौण्ड खुदा लिए तथा फसल बुआई कर ली है, इस सम्बंध मे पंचायत प्रशासन ने कई बार नोिटस देकर अतिक्रमण हटाने की िलए कहा गया, लेिकन अतिक्रमी धनबल व बाहुबल के सहारे जमे हुए है, काश्त करने लगे है।
इस सम्बंध में पंचायत की बैठक में 8 मार्च को अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया तथा उच्चाधिकारी को अवगत कराया गया, लेिकन कोरोना के चलते कार्यवाही नहीं हो पायी। ज्ञापन में सरपंच रामपाल राव, पूर्व सरपंच बलराम चौपडा, गाेर्वधन जाट, गाेपाल जाट, सत्यनारायण, सूरज जाट, मोहनलाल, सुमेर सिंह, बदरीलाल, रामदेव कुमावत, शंकरलाल, सुरेश शर्मा सहित काफी संख्या में पंचायत पंवालिया के ग्रामीण शािमल हुए।
ग्राम विकास अधिकारी पूरणमल सक्सेना ने बताया िक पंचायत पंवालिया क्षेत्र में राजस्व रिकॉर्ड में करीब 1232 बीघा सरकारी भूमि है, जिसमें करीब एक हजार भूमि चरागाह तथा शेष नर्सरी व वृक्षारोपण के लिए आरक्षित है।
गांव के ही बाहुबली व प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, इस बारे में अतिक्रमियों को कई बार नोटिस दिया गया है, लेिकन अतिक्रमण नहीं हटा रहे है। इस सम्बंध में उच्चाधिकािरयों को भी अवगत कराया जा चुका है। अतिक्रमियों ने कब्जा कर फॉर्म पौण्ड बनाकर तारबंदी कर खेती की तैयारी कर रहे है। गंाववासियों में अतिक्रमण को लेकर काफी रोष है।