नई दिल्ली/ देश के इतिहास मे पहली बार दो सगी किलर बहनो और विधायक की बेटी सहित 4 महिलाओ को फांसी हो सकती है इनमे शबनम को इसो माह या अगले माह फांसी पर लटकाया जा सकता है इसकी तैयारियां जेल प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है जल्लाद पवन भी तैयार है ।
अमरोहा में अपने ही परिवार के 07 सदस्यों को प्रेमी सलीम के साथ कुल्हाड़ी से काटकर मार देने वाली शबनम को मथुरा में फांसी होने जा रही है और इसकी तैयारियां भी हो गई हैं । इस महीने के आखिर में या मार्च की शुरुआत में उसे फांसी दे दी जाएगी।
देश में इस समय 03 और महिलाएं फांसी के इंतजार में हैं। इसमें एक विधायक की बेटी और उसका पति भी शामिल है । इन सभी महिलाओं के अपराध इतने संगीन और भयावह थे कि इनकी दया याचिकाओं को राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं । इन तीन महिलाओं में हरियाणा की सोनिया और महाराष्ट्र की रेणुका और सीमा हैं
हरियाणा की सोनिया
हरियाणा की सोनिया ने पिता समेत8 लोगों की थी निर्मम हत्या । सोनिया के पिता हिसार के विधायक रेलूराम थे प्रॉपर्टी की लालच में 23 अगस्त 2001 को सोनिया और उसके पति संजीव ने मिलकर रेलूराम व उसके परिवार के 8 लोगों की हत्या कर दी।
प्रणब मुखर्जी खारिज कर चुके हैं दया याचिका
2004 को सेशन कोर्ट ने इन्हें फांसी की सजा सुनाई । जिसे 2005 को हाई कोर्ट ने उम्रकैद में बदल दिया बाद में 2007 में सुप्रीम कोर्ट ने वापस सेशन कोर्ट की सजा बरकरार रखने का फैसला किया और समीक्षा याचिका खारिज होने के बाद सोनिया व संजीव ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका लगाई। जिसे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने खारिज कर दिया।।जेल से कई बार भागने की कोशिश कर चुकी है।
दो बहनें और मां जिन्होंने 42 बच्चों की हत्या की
पुणे की रेणुका और सीमा दो बहनें हैं और वो 24 सालों से पुणे के यरवदा जेल में बंद हैं । ये वही जेल है, जहां कसाब को फांसी दी गई थी । ये दोनों सगी बहनें हैं इनमे बड़ी रेणुका और छोटी का नाम है सीमा।
दोनों ने अपनी मां के साथ मिलकर 42 बच्चों की हत्या की इन हत्याओं में इन दोनों की मां अंजना गावित भी दोषी थी ।।उसकी मौत जेल में ही एक बीमारी से हो चुकी है ।।इन दोनों की मां अंजना गावित नासिक की रहने वाली थी और वहीं एक ट्रक ड्राइवर से प्यार में भागकर पुणे आ गई और दोनों की एक बेटी हुई रेणुका । प्रेमी ट्रक ड्राइवर पति ने अंजना को बाद मे छोड़ दिया था
रिटायर्ड सैनिक से की मां ने दूसरी शादी
पहले मां के साथ चोरियां करती थीं
एक साल बाद गावित ने एक रिटायर्ड सैनिक मोहन से शादी कर ली। इससे दूसरी बेटी सीमा हुई और ये शादी भी नहीं चली । अब सड़क पर आने के बाद गावित बच्चियों के साथ चोरियां करने लगी बड़े होने पर बच्चियां भी मदद करने लगीं।
बच्चों से चोरी करातीं फिर उसे मार देतीं
बाद मे अंजना गविता बच्चे चुराने लगीं और ये तब तक जारी रहा जब तक इस गिरोह का पर्दाफाश नहीं हुआ। यह उन बच्चों से भी चोरी करातीं और बच्चा काम का नहीं रहता तो उसे मार देतीं । यह इतनी निर्दयी थी की बच्चो को ज्यादातर को पटक-पटक मार देतीं और बच्चों को मारने के उन्होंने ऐसे तरीके अपनाएं कि सुनकर ही दिल दहल जाए। 1990 से लेकर 1996 तक छह साल में उन्होंने 42 बच्चों की हत्या कर दी।
अमरोहा में परिवार के 07 सदस्यों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या करने वाली शबनम को फांसी देने की तैयारी मथुरा जेल में चल रही है । इसके अलावा देश में 03 और महिलाएं हैं, जिन्हें जल्द फांसी दी जानी है. उन्होंने जिस तरह हत्याएं की हैं, उसे जानकर कोई भी हिल जाएगा।